नई दिल्ली, 17 जनवरी (The News Air) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने महान अभिनेता, राजनीतिज्ञ और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री थिरु एमजी रामचंद्रन (M.G. Ramachandran) की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री मोदी ने थिरु एमजीआर की विरासत की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह गरीबों को सशक्त करने और समाज को बेहतर बनाने के अपने कार्यों से करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा बने।
I pay homage to Thiru MGR on his birth anniversary. We are greatly inspired by his efforts to empower the poor and build a better society. pic.twitter.com/BrTAXxsRUW
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2025
प्रधानमंत्री ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में ‘X (Twitter)’ पर लिखा: “मैं थिरु एमजीआर को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। गरीबों को सशक्त बनाने और एक बेहतर समाज के निर्माण के उनके प्रयासों से हम अत्यंत प्रेरित हैं।”
MGR: गरीबों और जनता के नेता : थिरु एमजी रामचंद्रन को तमिलनाडु (Tamil Nadu) में एक मसीहा के रूप में देखा जाता है।
- MGR की पहचान:
- एक सुपरस्टार अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने के बाद, MGR ने राजनीति में कदम रखा।
- वह तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में तीन कार्यकाल (1977-1987) तक रहे।
- गरीबों के लिए योगदान:
- एमजीआर ने मिड-डे मील (Mid-Day Meal Scheme) जैसे प्रोग्राम शुरू किए, जिससे लाखों बच्चों को शिक्षा और पोषण मिला।
- वह गरीबों, किसानों और मजदूरों की भलाई के लिए समर्पित थे।
PM Modi का MGR से जुड़ाव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले भी कई मौकों पर MGR की प्रशंसा की है।
श्री मोदी ने कहा है, “MGR ने तमिलनाडु की राजनीति और समाज में जो योगदान दिया, वह अविस्मरणीय है। उनकी योजनाओं ने गरीबों को सशक्त बनाया और राज्य में विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।”
MGR की विरासत आज भी जिंदा
- AIADMK (All India Anna Dravida Munnetra Kazhagam):
MGR द्वारा स्थापित यह पार्टी आज भी उनकी विचारधारा को आगे बढ़ा रही है। - MGR के योगदान को सम्मान:
तमिलनाडु और पूरे भारत में एमजीआर की जयंती को सम्मान और गर्व के साथ मनाया जाता है।
थिरु एमजी रामचंद्रन का योगदान तमिलनाडु और भारत के इतिहास में एक प्रेरणा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि देना, उनके कार्यों और विचारधारा के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
क्या आप MGR की योजनाओं और उनके योगदान को आज के संदर्भ में प्रासंगिक मानते हैं? अपने विचार नीचे कमेंट करें।