नई दिल्ली (New Delhi), 14 जनवरी (The News Air) नई दिल्ली (New Delhi) के भारत मंडपम (Bharat Mandapam) में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारतीय मौसम विभाग (IMD – India Meteorological Department) के 150वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह को संबोधित किया।
‘मिशन मौसम’ (Mission Mausam) के लॉन्च के साथ उन्होंने IMD Vision 2047 दस्तावेज़ भी जारी किया, जो भारत को ‘जलवायु स्मार्ट राष्ट्र’ (Climate-Smart Nation) बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस दौरान PM Modi ने स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “IMD के 150 साल सिर्फ मौसम विभाग की उपलब्धियों की कहानी नहीं, बल्कि भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति की भी गाथा है।”
IMD की आधुनिक तकनीक और उपलब्धियां : प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में IMD ने डॉपलर रडार (Doppler Radar), स्वचालित मौसम केंद्र (Automatic Weather Stations), और उच्च-रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय उपकरण जैसे अत्याधुनिक तकनीकों के साथ खुद को उन्नत किया है।
उन्होंने कहा, “अब IMD की जानकारी 90% से अधिक लोगों तक पहुंचती है। किसान और मछुआरों को समय पर चेतावनी मिलने से लाखों लोगों की जिंदगी और अरबों की संपत्ति बचाई जा चुकी है।”
IMD के नए ‘मेघदूत ऐप’ (Meghdoot App) का जिक्र करते हुए PM Modi ने कहा कि यह स्थानीय भाषाओं में किसानों और पशुपालकों के लिए सटीक जानकारी प्रदान करता है।
‘मिशन मौसम’: भविष्य की तैयारी : PM Modi ने ‘मिशन मौसम’ (Mission Mausam) को भारत की टिकाऊ भविष्य की प्रतिबद्धता बताया। इसका लक्ष्य है:
- सटीक मौसम पूर्वानुमान के लिए आधुनिक तकनीकों का विकास।
- फ्लैश फ्लड गाइडेंस सिस्टम को नेपाल (Nepal), भूटान (Bhutan), बांग्लादेश (Bangladesh), और श्रीलंका (Sri Lanka) तक विस्तारित करना।
- वायु गुणवत्ता डेटा और जलवायु बदलाव पर गहन अध्ययन।
पारंपरिक ज्ञान से आधुनिकता तक : PM Modi ने भारत के प्राचीन मौसम विज्ञान ज्ञान जैसे वेद (Vedas), संगम साहित्य (Sangam Literature), और कृषि पाराशर (Krishi Parashar) का उल्लेख करते हुए इसे आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “हमारे प्राचीन ज्ञान और आधुनिक तकनीक का तालमेल भारत को वैश्विक सेवा और सुरक्षा में अग्रणी बनाएगा।”
IMD की 150 साल की विरासत : इस ऐतिहासिक अवसर पर PM Modi ने IMD की ऐतिहासिक यात्रा को सलाम करते हुए इसे ‘विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की उन्नति का प्रतीक’ बताया।
IMD Vision 2047 दस्तावेज़ में भारत को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल बनाने की रणनीतियां और योजनाएं शामिल हैं, जो न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को जलवायु संबंधी चुनौतियों का सामना करने में मदद करेंगी।
यह पहल भारत को जलवायु-smart राष्ट्र के रूप में स्थापित करने और आपदा प्रबंधन में वैश्विक नेता बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।