PM Modi Jordan Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जॉर्डन के हुसैनीया पैलेस में किंग अब्दुल्ला द्वितीय से ऐतिहासिक मुलाकात की है। इस दौरान पीएम मोदी का बेहद गर्मजोशी के साथ औपचारिक स्वागत किया गया। दोनों नेताओं ने भारत और जॉर्डन के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने पर खुशी जताई और व्यापार, सुरक्षा समेत कई अहम मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत की।
हुसैनीया पैलेस पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने 140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से किंग अब्दुल्ला का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत और जॉर्डन के रिश्तों को नए पायदान पर ले जाने के लिए किंग की सोच बेहद सकारात्मक है।
यह मुलाकात इसलिए भी खास रही क्योंकि इस वर्ष दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। पीएम मोदी ने इसे एक मील का पत्थर बताया जो आने वाले कई वर्षों तक दोनों देशों को नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
आतंकवाद के खिलाफ एक सुर
बैठक के दौरान आतंकवाद और उग्रवाद (Radicalization) का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत और जॉर्डन का रुख बिल्कुल साफ और साझा है। उन्होंने किंग अब्दुल्ला की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में जॉर्डन ने आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ पूरी मानवता को एक सशक्त और रणनीतिक संदेश दिया है।
पीएम मोदी ने 2015 की अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए बताया कि तब भी यूएन के साइडलाइन पर दोनों नेताओं ने हिंसक उग्रवाद (Violent Extremism) का मुकाबला करने पर चर्चा की थी। इसके अलावा, 2018 में इस्लामिक हेरिटेज पर हुई कॉन्फ्रेंस का भी जिक्र किया गया, जहां मॉडरेशन को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की गई थी।
गाजा और वैश्विक शांति पर चर्चा
वैश्विक मंच पर चल रही उथल-पुथल, विशेषकर गाजा के हालात पर भी पीएम मोदी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि गाजा संकट पर शुरुआत से ही किंग अब्दुल्ला की भूमिका बहुत सक्रिय और सकारात्मक रही है। पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति के लिए किंग के प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और भारत इस दिशा में मिलकर ठोस रूप से आगे बढ़ता रहेगा।
व्यापार और तकनीक में सहयोग बढ़ेगा
बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग के कई नए दरवाजों को खोलने पर सहमति जताई। पीएम मोदी ने विश्वास जताया कि इस बैठक से रिश्तों में नई गति और गहराई आएगी। मुख्य रूप से व्यापार, फर्टिलाइजर्स (उर्वरक), डिजिटल टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और ‘पीपल टू पीपल’ कनेक्ट जैसे क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
किंग अब्दुल्ला ने भी पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति गहरे महत्व को दर्शाती है और यह यात्रा दोनों देशों के बीच दोस्ती, आपसी सम्मान और उत्पादक सहयोग को दिखाती है।
‘जानें पूरा मामला’
भारत और जॉर्डन के बीच ऐतिहासिक रूप से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। इस साल दोनों देश अपने कूटनीतिक रिश्तों के 75 साल पूरे कर रहे हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा इसी कड़ी में बेहद अहम है, जिसका उद्देश्य मध्य पूर्व में शांति के प्रयासों को समर्थन देना और भारत की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
-
भव्य स्वागत: हुसैनीया पैलेस में पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत, 140 करोड़ भारतीयों की ओर से आभार जताया।
-
75 साल का जश्न: भारत और जॉर्डन अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
-
आतंकवाद पर प्रहार: पीएम मोदी ने आतंकवाद और रेडिकलाइजेशन के खिलाफ जॉर्डन की लड़ाई को सराहा।
-
गाजा शांति: क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए किंग अब्दुल्ला की सक्रिय भूमिका की तारीफ की।
-
भविष्य की योजना: ट्रेड, डिजिटल टेक और फर्टिलाइजर्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी।






