Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) में आयोजित महाकुंभ मेले का दिव्य और भव्य नजारा इस बार न केवल जमीन और आसमान से बल्कि अंतरिक्ष से भी देखने को मिला। NASA (National Aeronautics and Space Administration) के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट (Donald Pettit) ने International Space Station (ISS) से ली गई महाकुंभ की शानदार तस्वीरें साझा की हैं।
अंतरिक्ष से ऐसा दिखता है Maha Kumbh
डॉन पेटिट ने अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “प्रयागराज का महाकुंभ एक ऐसी अद्भुत घटना है, जिसकी रोशनी अंतरिक्ष से भी साफ नजर आ रही है। संगम नगरी की चमचमाती रोशनी पूरी दुनिया को हैरान कर रही है।”
ISS से ली गई तस्वीरों में गंगा नदी (Ganga River) के किनारे रोशनी से भरी संगमनगरी को देखा जा सकता है। इन तस्वीरों ने न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। यह तस्वीरें नासा के आधिकारिक अकाउंट से भी साझा की गई हैं।
13 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं डुबकी
महाकुंभ मेले में इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।
- 13 जनवरी 2025 से शुरू हुए इस महाकुंभ में अब तक 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु गंगा में पवित्र स्नान कर चुके हैं।
- प्रशासन के मुताबिक, इस बार कुल 40 करोड़ से ज्यादा लोग महाकुंभ में हिस्सा ले सकते हैं।
- देश-विदेश से साधु-संत, श्रद्धालु, और कल्पवासी यहां संगम किनारे अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
गंगा किनारे का अद्भुत दृश्य
महाकुंभ मेले का आयोजन संगम के पास किया गया है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन होता है।
- गंगा किनारे रोशनी से जगमगाते शिविरों का दृश्य दिव्य लगता है।
- रात के समय मेले की रोशनी ने इसे और भी खास बना दिया है।
- श्रद्धालुओं की भीड़ और साधु-संतों की मौजूदगी ने इसे अद्वितीय बना दिया है।
NASA की खास तस्वीरें कैसे ली गईं?
NASA के अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट ने इन तस्वीरों को ISS (International Space Station) के मॉड्यूल से खींचा। ISS लगभग 408 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
- इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि गंगा के किनारे महाकुंभ मेले के रोशनी के कारण इलाका अंतरिक्ष से भी चमक रहा है।
- प्रयागराज के अलावा आसपास के क्षेत्रों में भी रोशनी साफ नजर आ रही है।
महाकुंभ 2025: दुनियाभर से आकर्षण का केंद्र
महाकुंभ मेला भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को प्रदर्शित करता है। यह मेला हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है।
- दुनियाभर से पर्यटक और श्रद्धालु इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनने आते हैं।
- इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था की है, जिसमें AI आधारित ट्रैकिंग सिस्टम, रोबोटिक सफाई मशीनें, और लाइव लोकेशन अपडेट शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर छाईं तस्वीरें
डॉन पेटिट द्वारा साझा की गई तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोग इन तस्वीरों को देखकर “Incredible India” का उदाहरण दे रहे हैं।
प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं:
- एक यूजर ने लिखा, “यह नजारा देखकर गर्व होता है कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर अंतरिक्ष तक पहुंच गई है।”
- दूसरे यूजर ने लिखा, “महाकुंभ सिर्फ एक मेला नहीं, बल्कि भारत की आस्था और परंपराओं का प्रतीक है।”
Maha Kumbh 2025 न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अंतरिक्ष से आई इन तस्वीरों ने इसे और खास बना दिया है। प्रयागराज में जारी महाकुंभ की भव्यता ने न केवल जमीन और आसमान को, बल्कि अब अंतरिक्ष को भी अपना दिव्य स्वरूप दिखा दिया है।