NCC Republic Day Camp 2026 Starts – राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में सोमवार (30 दिसंबर 2025) को देशभक्ति, अनुशासन और सांस्कृतिक एकता का अद्भुत नजारा देखने को मिला। राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के गणतंत्र दिवस शिविर (RDC) 2026 का विधिवत शुभारंभ ‘सर्व धर्म पूजा’ के साथ हुआ, जहां देश के कोने-कोने से आए 2400 से अधिक कैडेट्स ने एक साथ सिर झुकाकर ‘अनेकता में एकता’ की मिसाल पेश की। यह शिविर अगले एक महीने तक चलेगा, जो 26 जनवरी की परेड का आधार बनेगा।
‘सर्व धर्म पूजा’ से एकता का संदेश
शिविर की शुरुआत एक बेहद भावुक और प्रेरणादायक ‘सर्व धर्म पूजा’ से हुई। इस रस्म का उद्देश्य सभी धर्मों और आस्थाओं के प्रति सम्मान जताना और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करना है। 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से आए 2406 कैडेट्स ने एक साथ प्रार्थना कर यह संदेश दिया कि सेना और वर्दी के लिए ‘धर्म’ से बड़ा ‘राष्ट्रधर्म’ होता है।
नारी शक्ति की दमदार भागीदारी
इस बार के शिविर की सबसे खास बात महिला कैडेट्स की बढ़ती भागीदारी है। कुल 2406 कैडेट्स में से 898 महिला कैडेट्स शामिल हैं, जो लगभग 37% है। यह आंकड़ा बताता है कि देश की बेटियां अब रक्षा और अनुशासन के क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। इसके अलावा, ‘युवा विनिमय कार्यक्रम’ (YEP) के तहत 25 विदेशी मित्र देशों (Friendly Foreign Countries) के कैडेट्स और अधिकारी भी इस शिविर का हिस्सा बने हैं, जो इसे एक वैश्विक मंच बना रहा है।
क्या होगा अगले एक महीने?
एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने शिविर का उद्घाटन करते हुए कैडेट्स का जोश बढ़ाया। अगले 30 दिनों तक ये कैडेट्स विभिन्न कड़े मुकाबलों में हिस्सा लेंगे। इनमें ‘सर्वश्रेष्ठ कैडेट’ प्रतियोगिता, लघु शस्त्र फायरिंग (Small Arms Firing), और फ्लैग एरिया डिजाइनिंग शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण होगा ‘कर्तव्य पथ’ पर गणतंत्र दिवस परेड के लिए मार्चिंग दस्ते का चयन, जो हर एनसीसी कैडेट का सपना होता है।
विश्लेषण: सॉफ्ट पावर और अनुशासन की नर्सरी (Expert Analysis)
एनसीसी का गणतंत्र दिवस शिविर केवल एक वार्षिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ और भविष्य के नेतृत्व को गढ़ने वाली नर्सरी है। 25 देशों के कैडेट्स का शामिल होना कूटनीतिक रूप से भारत के मजबूत होते संबंधों को दर्शाता है। वहीं, ‘सर्व धर्म पूजा’ जैसे आयोजन आज के दौर में साम्प्रदायिक सौहार्द का सबसे बड़ा उदाहरण हैं। जब एक ही छत के नीचे तमिल, पंजाबी, बंगाली और पूर्वोत्तर के युवा एक साथ रहते हैं, खाते हैं और अभ्यास करते हैं, तो सही मायने में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार होती है।
आम युवा पर असर (Human Impact)
जो युवा इस शिविर का हिस्सा बनते हैं, यह उनके जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट होता है। यहां सीखा गया अनुशासन, समय की पाबंदी और टीम वर्क उन्हें जीवन भर काम आता है। यह शिविर युवाओं को मोबाइल और सोशल मीडिया की दुनिया से निकालकर पसीने और परिश्रम की दुनिया में ले जाता है, जो उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बेहद जरूरी है।
जानें पूरा मामला (Background)
गणतंत्र दिवस शिविर (RDC) एनसीसी के पूरे साल के प्रशिक्षण का सर्वोच्च शिखर है। इसमें शामिल होने के लिए कैडेट्स को जिला और राज्य स्तर पर कई चरणों की कठिन चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसका समापन प्रधानमंत्री की रैली (PM Rally) के साथ होता है। एनसीसी का आदर्श वाक्य ‘एकता और अनुशासन’ (Unity and Discipline) है, जिसे यह शिविर चरितार्थ करता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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NCC Republic Day Camp 2026 की शुरुआत 30 दिसंबर को ‘सर्व धर्म पूजा’ से हुई।
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शिविर में 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 2406 Cadets हिस्सा ले रहे हैं।
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Women Empowerment की मिसाल: 898 महिला कैडेट्स शिविर में शामिल।
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Youth Exchange Programme के तहत 25 विदेशी देशों के कैडेट भी ले रहे हैं भाग।
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शिविर में कर्तव्य पथ परेड और Best Cadet Competition की तैयारी होगी।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न






