The News Air – पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर 5 जनवरी को फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली होनी थी, जिसे ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया। क्योंकि इस रैली को लेकर बवाल हो रहा था। जबकि रैली रद्द करने का कारण कोरोना के बढ़ते केस बताया गया। लेकिन सच्चाई तो यह है कि किसानों ने इस रैली का विरोध किया था। पीएम मोदी की रैली में हिस्सा लेने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले को किसानों ने रोका, उनके साथ बहसबाजी और झड़प की।
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पुलिस ने बीच बचाव किया तो दोनों पक्षों के नहीं मानने पर लाठीचार्ज करना पड़ा। इस लाठीचार्ज में कई भाजपाइयों के सिर फूट गए। कोरोना के केस तो पंजाब में बढ़ते ही जा रहे हैं, इसे दूसरा कारण रैली के रद्द होने का माना जा सकता है, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि पंजाब में पीएम मोदी की रैली भाजपा का किसानों की तरफ से विरोध किया जाना है। तस्वीरों में देखिए, रैली का हाल और बवाल…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली के लिए पंजाब पहुंच गए थे, लेकिन आखिरी पलों में रद्द होने से उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहीं इस दौरान उनकी सुरक्षा में चूक भी हो गई। क्योंकि हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर पहले प्रदर्शनकारियों ने रोड ब्लॉक कर रखी थी। पीएम मोदी यहां पर 15-20 मिनट तक फंसे रहे और यह उनकी सुरक्षा में बड़ी चूक थी।
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भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सवाल उठाते हुए कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार विकास विरोधी है और उसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भी कद्र नहीं है। प्रदर्शनकारियों को पीएम के रूट में घुसने की इजाजत दी गई। जबकि पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी ने SPG को भरोसा दिया था कि रास्ता सुरक्षित है। मसला सुलझे या इस मुद्दे पर कोई बात हो पाए, इसके लिए पंजाब के मुख्य मंत्री चन्नी ने फोन भी नहीं उठाया।
भाजपा का कहना है कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने मोदी का कार्यक्रम बिगाड़ने की साजिश रची।किसान संगठनों ने दावा किया है कि रैली रद्द होने की वजह किसानों का विरोध और पंजाबियों में मोदी की अस्वीकार्यता है। जबकि इससे पहले बताया जा रहा था कि खराब मौसम या कोरोना की वजह से मोदी की रैली को रद्द किया गया है।
पंजाब पहुंचने पर PM नरेंद्र मोदी बठिंडा में एयरफोर्स स्टेशन भिसियाना में उतरे। मौसम होने की वजह से वह वहां से सड़क मार्ग के जरिए वह फिरोजपुर के लिए रवाना हुए। फिरोजपुर में हुसैनीवाला बॉर्डर पहुंचकर उन्होंने शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भाग लेने फिरोजपुर के लिए निकले भाजपाइयों को किसानों ने रैली स्थल से पंद्रह किलोमीटर पहले ही रोक लिया। वहां पर किसानों ने बीच सड़क में ट्रैक्टर ट्रालियां लगा दीं। जब भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो दोनों तरफ से बहस बाजी शुरू हो गई।
अमृतसर से निकले भाजपा के काफिले को तरनतारन जिले में के पास सरहाली गांव किसानों ने रोक दिया। दोनों पक्षों में जमकर बहस हुई, लेकिन किसानों ने भाजपा के काफिले को आगे नहीं बढ़ने दिया। सरहाली से पहले उनके काफ़िले को तरनतारन टोल प्लाजा पर भी पुलिस ने रोका।
भाजपा के नेताओं का कहना है कि यह विरोध किसान नहीं कर रहे बल्कि सरकार अपने एजेंटों से करवा रही है और इन एजेंटों काल राज्य की पुलिस भी पूरा साथ दे रही है। भाजपा का विरोध सत्ताधारी कांग्रेस करवा रही है। प्रदेश की पुलिस सरकार के इशारे पर गुंडों की तरह व्यवहार कर रही है।
पंजाब के फिरोजपुर में जहां PM मोदी का कार्यक्रम होना था, वह पाकिस्तान बॉर्डर से सटा सरहदी इलाका है। हालांकि, राजनीतिक तौर पर भाजपा यहां मजबूत है। यहां से भाजपा को हमेशा 2 से 3 सीटें मिलती रही हैं। फिरोजपुर शहरी, अबोहर, फाजिल्का में भाजपा का मजबूत गढ़ है।
पुलिस ने दोनों को विरोध खत्म करने के लिए कहा। लेकिन कोई माना नहीं। मामला इस हद तक बढ़ गया कि दोनों में नारेबाजी करते हुए मारपीट तक की नौबत आ गई। पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों को अलग-अलग की कोशिश की लेकिन जब हाथ से मामला निकलता देखा तो दोनों पर जमकर लाठियां बरसाई।