काबुल, 2 अक्टूबर (The News Air)
अफगानिस्तान का पंजशीर प्रांत किसी जन्नत से कम नहीं है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस प्रांत पर अभी तक तालिबान का कब्जा नहीं है। यहां उन्हें राष्ट्रीय प्रतिरोध बल (एनआरएफ) से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, यह अलग बात है कि तालिबान की नृशंस हत्याओं के बाद हजारों लोगों को यहां से पहाड़ों में शरण लेनी पड़ी है। चूंकि तालिबान एनआरएफ को हराने में सक्षम नहीं है, इसलिए वह ग्रामीणों को प्रताड़ित कर रहा है। आइए देखते हैं पंजशीर की कुछ खूबसूरत तस्वीरें और जानिए अफगानिस्तान के ताजा हालात…
अमेरिका ने एक बार फिर तालिबान पर हमले का संकेत दिया है। ये संकेत अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन से मिले हैं। पीटीआई के मुताबिक, पेंटागन के सचिव जॉन किर्बी ने कहा है कि अमेरिका को अफगानिस्तान में ड्रोन हमले जारी रखने और आतंकवाद से लड़ते हुए अपने देश की रक्षा करने का अधिकार है।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
पंजशीर (जिसे पंजशीर और पंजशीर भी कहा जाता है) देश के उत्तरपूर्वी हिस्से में स्थित अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से एक है। प्रांत सात जिलों में विभाजित है और इसमें 512 गांव हैं। यह प्रकृति की एक खूबसूरत जगह है।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
पंजशीर (शाब्दिक रूप से: पांच शेर) पूर्व में स्थित अफगानिस्तान का एक प्रांत है। इसका क्षेत्रफल 3,610 वर्ग किमी है और 2009 में इसकी आबादी लगभग 1.4 लाख थी।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
पंजशीर प्रांत की राजधानी शहर बाजारक शहर है। यहां के ज्यादातर लोग फारसी भाषी ताजिक हैं। प्रसिद्ध पंजशीर वाडी पंजशीर प्रांत में आता है और इसका गठन अप्रैल 2004 में परवान प्रांत को विभाजित करके किया गया था।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
पंजशीर का ‘शीर’ शब्द वही है, जिसे हिन्दी में ‘शेर’ कहते हैं। फारसी में इसका अर्थ ‘शेर’ (बब्बर सिंह) होता है, जबकि हिंदी में इसका अर्थ ‘बाघ’ होता है। इसका नाम उन पांच भाइयों के सम्मान में रखा गया है जिन्होंने 10 वीं शताब्दी ईस्वी में महमूद गजनी को लिया और यहां एक दूरस्थ नदी पर एक बांध बनाया।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया था, लेकिन पंजशीर प्रांत अभी भी जीत से बहुत दूर है।
पंजशीर प्रांत में जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर, फोटो क्रेडिट: गेट्टी
अफगानिस्तान में अपनी सरकार बनाकर तालिबान ने शरिया कानून लागू किया है। पुरुषों को अपनी दाढ़ी और मूंछ काटने की मनाही है। लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को हो रही है। 5वीं के बाद उनके स्कूल जाने पर रोक लगा दी गई है। वहीं फैशन, जॉब आदि पर भी मनाही है। इसका अब महिलाएं खुलकर विरोध कर रही हैं।
फ़ोटो क्रेडिट: पंजशीर_प्रांत