EPFO New Rules 2024 : ईपीएफओ (EPFO) ने हाल ही में अपने नियमों में बड़े बदलाव किए हैं, जो सीधे तौर पर देशभर के करोड़ों नौकरीपेशा कर्मचारियों को प्रभावित करेंगे। इन नए नियमों में मुख्य रूप से पीएफ क्लेम (PF Claim) प्रक्रिया, फेस वेरिफिकेशन (Face Verification) और बैंक वेरिफिकेशन (Bank Verification) से संबंधित प्रावधान शामिल हैं। अब यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जनरेट करने से लेकर क्लेम करने तक की प्रक्रिया पहले से काफी आसान और डिजिटल हो गई है।
सबसे पहला बड़ा बदलाव फेस वेरिफिकेशन (Face Verification) को लेकर किया गया है। अब EPFO के सदस्य उमंग (UMANG) मोबाइल ऐप की मदद से आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (FAT) के माध्यम से खुद ही अपना UAN बना और सक्रिय कर सकते हैं। केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने हाल ही में इन अपग्रेडेड डिजिटल सेवाओं की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत, नियोक्ता भी किसी नए कर्मचारी का UAN जनरेट करने के लिए उमंग ऐप के माध्यम से आधार फेस वेरिफिकेशन तकनीक का उपयोग कर सकते हैं। जिन सदस्यों के पास पहले से UAN है लेकिन वे इसे अब तक सक्रिय नहीं कर पाए थे, वे अब इस नए प्रोसेस से सरलता से इसे एक्टिवेट कर सकते हैं।
दूसरा बड़ा बदलाव पीएफ क्लेम प्रक्रिया में आया है। पहले ईपीएफओ सदस्य जब ऑनलाइन क्लेम के लिए आवेदन करते थे, तो उन्हें अपने बैंक खाते की रद्द की गई चेक (Cancelled Cheque) या पासबुक की सत्यापित कॉपी अपलोड करनी होती थी। अब यह बाध्यता हटा दी गई है। यानी अब चेक की तस्वीर अपलोड करने की जरूरत नहीं है।
तीसरा और सबसे राहत देने वाला बदलाव यह है कि अब नियोक्ताओं (Employers) को क्लेम के दौरान बैंक डिटेल्स को वेरीफाई करने की आवश्यकता नहीं है। पहले यह प्रक्रिया अनिवार्य होती थी, जिससे प्रोसेस में देरी और अड़चनों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब नियोक्ताओं की मंजूरी की आवश्यकता समाप्त कर दी गई है, जिससे ‘Ease of Living’ और ‘Ease of Doing Business’ दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
ईपीएफओ के ये तीनों नए नियम डिजिटल रूप से सशक्त और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माने जा रहे हैं। अब कर्मचारी अपने PF से जुड़े कार्यों को कहीं से भी और कभी भी बिना जटिलताओं के आसानी से कर सकेंगे। इससे ग्राहकों का अनुभव पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो गया है।