दरअसल मिली खबर के अनुसार मोदी सरकार मक्के और तेल पर टैक्स को घटा सकती है। अगर ऐसा होती है, तो इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी गिरावट आएगी। मामले पर रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार यह कदम रिजर्व बैंक की बढ़ती महंगाई को कम करने के लिए दी गई सिफारिशों के मुताबिक उठा सकती है।
इस महीने की महंगाई डेटा आने के बाद फैसला
पता हो कि, रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस पर आखिरी फैसला फरवरी महीने के लिए CPI आधारित महंगाई के आंकड़े आने के बाद ही लिया जाएगा।
ऐसे में आर्थिक सलाहकारों के मुताबिक, मोदी सरकार 7 रुपये से लेकर 10 रुपये तक एक्साइज ड्यूटी में भारी कटौती कर सकती है। जिसके बाद बाद पेट्रोल-डीजल के दाम में 5 से 7 रुपये/लीटर की गिरावट देखि जा सकती है। हालांकि पेट्रोल-डीजल का सस्ता होना इस बात पर भी बहुत निर्भर होगा कि सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी कट को कन्ज्यूमर तक OMC कितना ट्रांसफर करती हैं।
जानकारी दें कि, इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते 21 मई 2022 को पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये/लीटर की ड्यूटी कटौती की थी। इससे तब देश में पेट्रोल की कीमतों में 9.5 रुपये/लीटर और डीजल के दाम में 7 रुपये/लीटर की गिरावट दर्ज हुई थी।