Petrol Diesel Price Hike – पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतों को लेकर आम लोगों को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि केंद्र सरकार ने इन दोनों ईंधनों पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की है। वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के अंतर्गत राजस्व विभाग (Revenue Department) की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार यह बदलाव 8 अप्रैल 2025 से प्रभावी होगा। हालांकि, सरकार की ओर से यह भी साफ किया गया है कि फिलहाल इसकी सीधी मार उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगी।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (Ministry of Petroleum and Natural Gas) ने देश की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (Oil Marketing Companies – OMCs) को निर्देश दिया है कि खुदरा कीमतों (Retail Prices) में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जाए। हालांकि, माना जा रहा है कि यदि तेल कंपनियों को लागत में बढ़ोतरी का दबाव महसूस हुआ, तो वे यह बोझ उपभोक्ताओं पर डाल सकती हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ सकते हैं।
वर्तमान में देश के चार बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार बनी हुई हैं — दिल्ली (Delhi) में पेट्रोल ₹94.72 और डीजल ₹87.62 प्रति लीटर, मुंबई (Mumbai) में पेट्रोल ₹104.21 और डीजल ₹92.15 प्रति लीटर, चेन्नई (Chennai) में पेट्रोल ₹100.75 और डीजल ₹92.34 प्रति लीटर, वहीं कोलकाता (Kolkata) में पेट्रोल ₹103.94 और डीजल ₹90.76 प्रति लीटर है।
इस बीच, तेल बाजार में ग्लोबल उतार-चढ़ाव का भी असर देखा गया है। अमेरिकी क्रूड ऑयल (US Crude Oil) सप्ताहांत में 6.92% गिरकर $62.32 प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि लंदन ब्रेंट क्रूड (London Brent Crude) 0.73% की तेजी के साथ $66.06 प्रति बैरल पर रहा।
इस फैसले के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में ऑयल सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों पर भी असर पड़ा। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का शेयर 1170.95 रुपये पर 2.80% गिर गया, इंडियन ऑयल (Indian Oil) 128 रुपये पर 1.65% नीचे आया, हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) 348.20 रुपये पर 2.75% की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) 275.65 रुपये पर 1.34% की गिरावट में रहा।
भविष्य में यदि तेल कंपनियां बढ़ी हुई एक्साइज ड्यूटी का बोझ उपभोक्ताओं पर डालती हैं, तो इससे आम लोगों की जेब और महंगाई पर सीधा असर देखने को मिल सकता है। हालांकि सरकार ने राहत की बात कही है, लेकिन महंगाई के इस दौर में मामूली वृद्धि भी उपभोक्ताओं के लिए चिंता का कारण बन सकती है।