नई दिल्ली, 4 मई (The News Air) पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन और चेन्नई का ‘एसआरएम सेंटर फॉर क्लिनिकल ट्रायल एंड रिसर्च’ अब मिलकर आयुर्वेदिक औषधियों का नैदानिक परीक्षण करेंगे।
इसके लिए दोनों पक्षों के बीच शुक्रवार को यहां एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन की ओर से पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि अनुसंधान संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ अनुराग वार्ष्णेय तथा ‘एसआरएम सेंटर फॉर क्लिनिकल ट्रायल्स एंड रिसर्च’ की ओर से डॉ नितिन एम. नागरकर, डॉ सत्यजीत महापात्र एवं डॉ सरस्वती त्रिपाठी इस मौके पर मौजूद रहे।
बालकृष्ण ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन आयुर्वेद के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा और यह संयुक्त प्रयास आयुर्वेद के पुनरूत्थान में अहम भूमिका निभाएगा।
वहीं डॉ नितिन एम नागरकर ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन भारतीय पुरातन चिकित्सकीय विज्ञान आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।