The News Air-(चंडीगढ़) विदेश से आ रही फ्लाइट्स के कारण पंजाब में ओमिक्रान वैरिएंट का ख़तरा बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को एक और पैसेंजर पॉजिटिव पाया गया। यह पैसेंजर भी इटली से लौटा है। उसे गुरु नानक देव अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। सेहत महकमा उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने की तैयारी कर रहा है। हैरानी की बात है कि पंजाब की दहलीज़ पर ओमिक्रॉन का ख़तरा मंडरा रहा है और यहां लैब टेक्नीशियन हड़ताल पर हैं।
सूचना के अनुसार पॉजिटिव आने वाले युवक की उम्र 21 साल की है और उसने एयरपोर्ट से अमृतसर के गांव घड़ियाल में जाना था। फ़िलहाल युवक को गुरु नानक देव अस्पताल में भेज दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ़ बुधवार भी एयरपोर्ट से मां-बेटा कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद दोनों को मेडिकल कॉलेज भेज कर आइसोलेट कर दिया गया। इस दौरान उनके सैंपल लेकर पटियाला मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजे जाने थे। पंजाब में लैब टेक्नीशियन की हड़ताल होने के कारण वहाँ जांच नहीं हो पाई। अब सैंपल दिल्ली में भेजे गए हैं। इससे दोनों मरीज़ों की रिपोर्ट आने में 5 दिन का अतिरिक्त समय लग जाएगा। अगर यही रिपोर्ट पटियाला में तैयार की जाती तो 48 घंटे में सैंपल की रिपोर्ट आ सकती थी। अब 7 दिन के बाद दोनों मरीज़ों की रिपोर्ट मिल पाएगी।
शुक्रवार से वैक्सीनेशन व सैंपलिंग भी होगी प्रभावित
नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के कर्मचारी अब शुक्रवार से हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। इससे कोरोना की रोकथाम के लिए चलाया गया पूरी कोशिशों में ब्रेक लगने वाली है। इससे ना तो पूरी तरह से सैंपलिंग हो पाएगी और ना ही वैक्सीनेशन।
अभी तक डॉक्टरों ने संभाल रखी है कमान
पंजाब के लैब टेक्नीशियन इस समय हड़ताल पर है। ऐसे में कोरोना जांच के लिए सैंपल तो लिए जा रहे हैं, लेकिन उनकी जांच मुश्किल से हो रही है। सैंपलों की जांच की ज़िम्मेदारी डॉक्टरों ने संभाल रखी है और ट्रेनी स्टूडेंट्स की मदद के साथ जांच हो रही है। लेकिन अब NHM के हड़ताल पर जाने के बाद दिक्क़तें बढ़ने वाली हैं।