Pariksha Pe Charcha 2026 Registration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली अनूठी पहल ‘परीक्षा पे चर्चा’ ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 30 दिसंबर 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश भर के 3 करोड़ से अधिक छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने इस कार्यक्रम के लिए अपना पंजीकरण कराकर इसे एक ऐतिहासिक घटना बना दिया है। यह अभूतपूर्व संख्या साबित करती है कि यह अब महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि परीक्षा के तनाव के खिलाफ एक ‘जन-आंदोलन’ बन चुका है।
3 करोड़ का जादुई आंकड़ा
शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है। 3 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन का मतलब है कि देश के कोने-कोने से युवा पीएम मोदी के साथ जुड़ने के लिए बेताब हैं। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा हर साल आयोजित किया जाता है। इस साल भी ‘माईगॉव’ (MyGov) पोर्टल पर 1 दिसंबर 2025 से शुरू हुई पंजीकरण प्रक्रिया में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। यह प्लेटफॉर्म छात्रों को प्रधानमंत्री के साथ सीधे संवाद करने और अपने मन की बात कहने का एक दुर्लभ मौका देता है।
विश्लेषण: डर पर जीत का उत्सव
एक वरिष्ठ संपादक के नजरिए से देखें तो यह आंकड़ा केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में आ रहे एक बड़े मानसिक बदलाव का संकेत है। पहले परीक्षाएं केवल ‘डर’ का पर्याय थीं, लेकिन पीएम मोदी ने इसे ‘उत्सव’ (Pariksha Utsav) में बदल दिया है। 3 करोड़ लोगों का जुड़ना यह बताता है कि छात्र और अभिभावक अब मेंटल हेल्थ और एग्जाम स्ट्रेस पर खुलकर बात करना चाहते हैं। पीएम मोदी ने एक अभिभावक और मेंटर की भूमिका निभाकर उस दीवार को तोड़ दिया है जो सत्ता और आम छात्र के बीच होती थी। यह ‘सॉफ्ट पावर’ का बेहतरीन उदाहरण है जहाँ एक नेता सीधे भविष्य की पीढ़ी के मनोविज्ञान को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।
आम आदमी और छात्र पर असर
इस पहल का सीधा असर एक सामान्य छात्र की जिंदगी पर पड़ता है। जब देश का प्रधानमंत्री खुद आकर कहता है कि “परीक्षा जीवन का अंत नहीं है,” तो एक मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे का आत्मविश्वास आसमान छूने लगता है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों का तनाव कम करता है, बल्कि माता-पिता को भी यह समझाता है कि बच्चों पर नंबरों का दबाव न बनाएं। इससे घरों का माहौल हल्का होता है और बच्चे बिना किसी डर के अपनी परीक्षाएं दे पाते हैं।
जानें पूरा मामला
क्या है पृष्ठभूमि: ‘परीक्षा पे चर्चा’ (PPC) पीएम मोदी का एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसकी शुरुआत उन्होंने छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करने के लिए की थी। इस साल यानी 2026 के संस्करण के लिए 1 दिसंबर 2025 से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हुए थे। इसमें कक्षा 6 से 12 तक के छात्र, उनके माता-पिता और शिक्षक भाग ले सकते हैं। चयनित प्रतिभागियों को पीएम मोदी से सीधे सवाल पूछने और उनसे मिलने का मौका मिलता है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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Pariksha Pe Charcha 2026 के लिए 3 करोड़ से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
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यह आंकड़ा 30 दिसंबर 2025 तक दर्ज किया गया है।
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पंजीकरण MyGov पोर्टल पर 1 दिसंबर 2025 से शुरू हुए थे।
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यह पहल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए एक जन-आंदोलन बन गई है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न








