Panipat Lady Psycho Killer Case: हरियाणा के पानीपत और सोनीपत में चार मासूम बच्चों की जान लेने वाली ‘लेडी साइको किलर’ पूनम अब सलाखों के पीछे अपने गुनाहों की सजा का इंतजार कर रही है। सुंदर बच्चों से नफरत के चलते अपने ही सगे बेटे और तीन भतीजियों को मौत की नींद सुलाने वाली पूनम का जब जेल में कानून से सामना हुआ, तो उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
शनिवार को पानीपत की सिवाह स्थित जेल में एक निरीक्षण के दौरान जब सेशन जज ने उससे सवाल-जवाब किए, तो वहां का माहौल गमगीन हो गया।
जज के सवाल पर फूट-फूटकर रोई पूनम
पानीपत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और सेशन जज सुदेश कुमार शर्मा जेल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनके साथ सह सचिव वर्षा शर्मा भी मौजूद थीं। हत्या के आरोप में बंद पूनम को देखते ही जज ने उससे बात की और पूछा कि क्या उसका कोई वकील है?
वकील का नाम सुनते ही पत्थर दिल मानी जाने वाली पूनम का हौसला टूट गया और वह फूट-फूटकर रोने लगी। काफी देर तक रोने के बाद उसने बताया कि उसका कोई वकील नहीं है। इस पर अधिकारियों ने उसे आश्वासन दिया कि अगर उसे सरकारी वकील की जरूरत होगी, तो उसे मुहैया कराया जाएगा।
CBI की तर्ज पर पुलिस की जांच
तीन मासूम भतीजियों और खुद के बेटे की हत्या की आरोपी पूनम पर अब पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। पुलिस इस मामले की तफ्तीश बिल्कुल सीबीआई की तर्ज पर कर रही है। चूंकि पुराने मामलों में सबूत कम हैं, इसलिए पुलिस ज्यादा से ज्यादा लोगों के बयान और परिजनों की गवाही को आधार बना रही है।
एसपी भूपेंद्र सिंह के मुताबिक, आरोपी ने अपने कबूलनामे में हत्या की सभी वारदातों को स्वीकार किया है। अब पुलिस वैज्ञानिक तरीकों जैसे पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट का सहारा लेकर केस को मजबूत करने की तैयारी में है।
पुराने पापों का सबूत जुटाना चुनौती
पूनम पर आरोप है कि उसने पिछले 2 साल 11 महीनों में चार बच्चों को मार डाला। हाल ही में 1 दिसंबर को उसने अपने जेठ की 6 साल की बेटी विधि को टब में डुबोकर मार दिया था। विधि के मामले में तो पुलिस के पास पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सबूत हैं, लेकिन बाकी तीन बच्चों—जिया, शुभम और इशिका—की हत्या के मामलों में पुलिस के पास पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं है।
यही वजह है कि पुलिस अब ‘एक्स्ट्रा जुडिशियल कन्फेशन’ (न्यािकेतर संस्वीकृति) और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर जोर दे रही है। वरिष्ठ अधिवक्ता केसी शर्मा का कहना है कि ऐसे मामलों में सजा दिलाना मुश्किल होता है, लेकिन पुलिस की गहन तफ्तीश और वैज्ञानिक जांच से आरोपी को कानून के शिकंजे में फंसाया जा सकता है।
सुंदर बच्चों से थी बेइंतहा नफरत
इस दिल दहला देने वाली घटना के पीछे की वजह बेहद अजीब और खौफनाक है। पूनम को सुंदर दिखने वाले बच्चों से नफरत थी। इसी सनक में उसने एक-एक करके चार बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। उसे अपनी ही भतीजियों और बेटे की सुंदरता बर्दाश्त नहीं थी।
फिलहाल, पुलिस विधि हत्याकांड के साथ-साथ पुराने सभी मामलों को जोड़कर एक मजबूत चार्जशीट तैयार करने में जुटी है, ताकि इस ‘लेडी साइको किलर’ को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
जानें पूरा मामला
पूनम नामक महिला को हाल ही में पानीपत पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने ईर्ष्या और नफरत के चलते पानी में डुबोकर चार बच्चों की हत्या की। इनमें उसका अपना बेटा और तीन भतीजियां शामिल हैं। यह सिलसिला पिछले तीन साल से चल रहा था, लेकिन इसका खुलासा हाल ही में 6 साल की बच्ची विधि की हत्या के बाद हुआ।
मुख्य बातें (Key Points)
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सेशन जज के सामने वकील का नाम सुनकर रोने लगी आरोपी पूनम।
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सुंदर बच्चों से नफरत के चलते 4 मासूमों की हत्या का है आरोप।
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पुलिस पुराने मामलों में सबूत जुटाने के लिए नार्को और पॉलीग्राफी टेस्ट की मदद लेगी।
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आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, लेकिन पुराने मामलों में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं है।






