Bhakra Dam Water Dispute : भाखड़ा डैम (Bhakra Dam) के पानी को लेकर पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) के बीच गहराता विवाद अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। हरियाणा सरकार ने इस मसले को सुलझाने के लिए चंडीगढ़ (Chandigarh) स्थित हरियाणा निवास में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने की। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda), सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी (Shruti Choudhary), बिजली मंत्री अनिल विज (Anil Vij), पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करना था, जिसे पंजाब सरकार ने रोक दिया है। इस निर्णय के खिलाफ हरियाणा के एडवोकेट रविंद्र सिंह ढुल (Ravindra Singh Dhul) ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) में याचिका दायर की है। याचिका में भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) और केंद्र सरकार को पक्ष बनाया गया है, जिसमें नंगल स्थित भाखड़ा डैम से पुलिस फोर्स को हटाने की मांग की गई है।
हरियाणा सरकार इस विवाद को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक ले जाने की तैयारी कर रही है। दिल्ली (Delhi) में अधिकारियों द्वारा याचिका का ड्राफ्ट तैयार किया जा चुका है और आज ही इसे दाखिल किए जाने की संभावना है। इसके साथ ही BBMB की शाम 5 बजे चंडीगढ़ में बैठक भी तय की गई है जिसमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान के अधिकारी भाग लेंगे। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में इस मुद्दे पर दो अहम बैठकें हुईं थीं, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका।
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के 9 जिलों में पानी की गंभीर कमी शुरू हो चुकी है। यदि हालात नहीं सुधरे, तो दिल्ली और राजस्थान को भी पानी की कटौती का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इन राज्यों को पीने और सिंचाई के लिए पानी हरियाणा से ही सप्लाई किया जाता है।
सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) के साथ-साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda), अनिल विज (Anil Vij), रणबीर गंगवा (Ranbir Gangwa), श्याम सिंह राणा (Shyam Singh Rana), श्रुति चौधरी (Shruti Choudhary), भाजपा अध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली (Mohan Lal Badoli), कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान (Udaibhan), INLD प्रमुख रामपाल माजरा (Rampal Majra), JJP से दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala), AAP से सुशील गुप्ता (Sushil Gupta) सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। साथ ही मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी (Anurag Rastogi), मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर (Rajesh Khullar), और एडवोकेट जनरल परमिंदर चौहान (Paraminder Chauhan) जैसे शीर्ष अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
हरियाणा की ओर से याचिका के माध्यम से नंगल डैम (Nangal Dam) से पंजाब पुलिस (Punjab Police) को हटाने की मांग की गई है ताकि भाखड़ा डैम पर निष्पक्ष नियंत्रण सुनिश्चित हो सके। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
शुक्रवार को दिल्ली में हुई दो महत्वपूर्ण बैठकें बेनतीजा रहीं। पहली बैठक केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन (Govind Mohan) ने पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान के अधिकारियों के साथ की थी, जिसमें दोनों राज्यों को जिद छोड़कर समाधान निकालने का सुझाव दिया गया। दूसरी बैठक में BBMB अधिकारियों ने पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों से चर्चा की, लेकिन पंजाब सिर्फ 4 हजार क्यूसेक पानी देने पर अड़ा रहा, जबकि हरियाणा 8500 क्यूसेक पानी की मांग कर रहा है।
स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है और आने वाले दिनों में इसका प्रभाव आम जनजीवन और राज्यों के बीच संबंधों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।