IAF Mirage Kill Proof : भारत ने सोमवार को दुनिया के सामने एक अहम सबूत पेश करते हुए यह साबित किया कि देश की एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence System) पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय है। तीनों सेनाओं के महानिदेशक संचालन (DG Operations) ने लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि कैसे भारतीय वायुसेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान पाकिस्तान के एक मिराज फाइटर जेट (Mirage Fighter Jet) को आसमान में ही नष्ट कर दिया।
इस प्रेस ब्रीफिंग में सेना ने एक विशेष वीडियो भी जारी किया जिसका शीर्षक था, “आसमान में ही दुश्मन नष्ट”। इस वीडियो में थल सेना, नौसेना और वायुसेना के समन्वित ऑपरेशनों की फुटेज दिखाई गई और उसमें पाकिस्तानी मिराज विमान के टुकड़े भी प्रदर्शित किए गए, जो यह दर्शाते हैं कि कैसे भारतीय सुरक्षा बलों ने दुश्मन के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया।
एयर मार्शल ए के भारती (Air Marshal A. K. Bharti) ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन्स (Drones) और मिसाइल्स (Missiles) से भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन भारत के स्वदेशी एयर डिफेंस हथियारों जैसे आकाश (Akash) ने पाकिस्तान की इस रणनीति को नाकाम कर दिया। भारती ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारी लड़ाई आतंकियों के बुनियादी ढांचे और आतंकी गतिविधियों के खिलाफ थी, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने आतंकवादियों को खुला समर्थन देकर संघर्ष को आगे बढ़ाया।
वीडियो के एक भाग में पाकिस्तानी मिराज विमान का मलबा स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जो यह दर्शाता है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने किस हद तक प्रभावी कार्रवाई की। यह विमान 7 मई को उस समय नष्ट किया गया जब भारतीय सेना PoK (Pakistan-occupied Kashmir) और अन्य क्षेत्रों में मौजूद आतंकी ठिकानों को खत्म कर रही थी।
सेना ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी वायुसेना ने लड़ाकू विमानों का उपयोग कर भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन IAF की त्वरित प्रतिक्रिया और आधुनिक डिफेंस सिस्टम के चलते यह सभी प्रयास विफल रहे। इस संघर्ष में आकाश मिसाइल, एकीकृत वायु कमान और नियंत्रण प्रणाली जैसी स्वदेशी तकनीकों ने मुख्य भूमिका निभाई।
इस ब्रीफिंग के जरिए भारत ने न केवल अपनी सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि किसी भी बाहरी हमले से निपटने के लिए देश पूरी तरह तैयार है। सेना की ओर से जारी यह सबूत अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के झूठे दावों को बेनकाब करने में मदद करेगा।