अमृतसर (The News Air) भारत में बाढ़ के हालातों के बीच पाकिस्तान ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। पंजाब में बाढ़ की स्थिति में जो देश अपने हेडवर्क्स व बांधों के गेट बंद कर देता था, ने इस साल सुलेमानकी हेडवर्क्स के गेट खोल दिए हैं। पाकिस्तान की तरफ से उठाया गया यह कदम एक बड़ी राहत लेकर आया है। बीते दिनों हुसैनीवाला से 1.92 लाख क्यूसेक पानी पड़ोसी देश में पहुंच गया।
भारत से सतलुज का पानी पाकिस्तानी सीमा में जाता हुआ।
बीते 6 दिनों में पंजाब में बाढ़ ने काफी तबाही मचाई है। पूर्वी मामला में हालात खराब हो चुके हैं, वहीं अब हरिके हेडवर्क्स की तरफ से छोड़े गए पानी के कारण पश्चिमी मालवा में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। शुरू में पाकिस्तान ने फाजिल्का के पास बने सुलेमानकी हेडवर्क्स के अपने गेट बंद कर दिए थे, लेकिन अब पानी सुचारु रूप से पाकिस्तानी क्षेत्र में जा रहा है।
2.14 लाख क्यूसेक के पार हुआ हरिके में जलस्तर
पाकिस्तान की तरफ से उठाए गए इस कदम के साथ फाजिल्का में बाढ़ का बड़ा खतरा फिलहाल टल गया है। बीते दिनों सतलुज के हरिके में 2.14 लाख क्यूसेक पानी का बहाव देखने को मिला था। वहीं हुसैनीवाला के पास पानी का बहाव 1.92 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया, जो पाकिस्तान की तरफ बह रहा है।
सुलेमानकी हेडवर्क्स पाकिस्तान।
रावी के बहाव को भी नहीं रोका पाकिस्तान ने
वहीं दूसरी तरफ, पाकिस्तान ने रावी के बहाव को भी किसी तरह से नहीं रोका है। जिसके चलते पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर के सरहदी इलाकों में खतरा अभी तक टला हुआ है। रावी के ओवरफ्लो होने के कारण कुछ निचले इलाकों में पानी जमा है। अगर पाकिस्तान इसके बहाव को रोकता है तो पंजाब के माझा का एक बड़ा हिस्सा भी पानी में समा सकता है।