Amit Shah Pahalgam Terror Attack Visit: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार को नई दिल्ली (New Delhi) लौटने से पहले जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) स्थित बैसरन (Baisaran) मैदान का दौरा किया, जहां मंगलवार को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। गृह मंत्री ने घटना स्थल पर पहुंचकर सुरक्षा हालात का गहन जायजा लिया और स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवादियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
शाह हेलिकॉप्टर के जरिए बैसरन (Baisaran) पहुंचे, क्योंकि यह इलाका मोटर वाहन से पहुंचने योग्य नहीं है। यहां तक केवल पैदल या खच्चर की सहायता से ही जाया जा सकता है। यह स्थान मुख्य पहलगाम (Pahalgam) से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित है। दौरे के दौरान शाह ने सुरक्षा अधिकारियों से हमले की पूरी जानकारी ली और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के निर्देश दिए।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के साथ दक्षिण कश्मीर (South Kashmir) के अनंतनाग (Anantnag) स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) का भी दौरा किया। यहां उन्होंने हमले में घायल हुए नागरिकों से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और स्वास्थ्य अधिकारियों को उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने का निर्देश दिया।
मंगलवार रात श्रीनगर (Srinagar) पहुंचे अमित शाह ने पुलिस नियंत्रण कक्ष (Police Control Room) में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर शाह ने पहलगाम आतंकी हमले के मृतकों के लिए पुष्पांजलि समारोह की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
गृह मंत्री ने शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और उन्हें भरोसा दिलाया कि आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शाह ने एक्स (X) पर लिखा, “पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोने का दर्द हर भारतीय महसूस कर रहा है। निर्दोष लोगों को मारने वाले इन आतंकवादियों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा।”
बुधवार दोपहर शाह श्रीनगर (Srinagar) से नई दिल्ली (New Delhi) के लिए रवाना हो गए। शाम को वह सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (Cabinet Committee on Security) की बैठक में शामिल होंगे, जहां आतंकी हमले को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।