चंडीगढ़ (The News Air) पंजाब सरकार द्वारा विधानसभा का बजट सेशन मार्च महीने के पहले सप्ताह में बुलाया जाना है, लेकिन इससे पहले बठिंडा देहाती विधानसभा क्षेत्र से आप के विधायक अमित रतन कोटफत्ता का नाम रिश्वत मामले में आने से पार्टी की परेशानियां बढ़ गई हैं। यही कारण है कि अब बजट सेशन हंगामेदार होना तय माना जा रहा है।
कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा विरोध करने बारे चेतावनी देते हुए की फाइल फोटो।
कांग्रेस से नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा AAP को यह चेतावनी भी दे चुके हैं। उन्होंने बजट सेशन से पहले आरोपी विधायक अमित रतन कोटफत्ता पर कार्रवाई नहीं करने पर विधानसभा में हिसाब-किताब की चेतावनी दी है।
पहले हुए सत्र में भी हुआ था हंगामा
इससे पहले सितंबर महीने में बुलाए गए विधानसभा सेशन के दौरान भी भारी हंगामा हुआ था। CM पंजाब भगवंत मान और गवर्नर बीएल पुरोहित के बीच बढ़ी तल्खी से आप द्वारा विधानसभा परिसर से मुख्य चौक तक विरोध प्रदर्शन किया गया था। आप के विश्वासमत को कानून के खिलाफ बताते हुए कांग्रेसी विधायकों ने नारेबाजी और हंगामा किया था। इस कारण स्पीकर ने उन्हें सस्पेंड कर बाहर निकाल दिया था। वहीं भाजपा ने भी ऑपरेशन लोट्स के आरोपों को झूठा बता वॉक आउट कर लिया था।
फौजा सिंह सरारी का मामला भी गरमाया
आरोपी कोटफत्ता के रिश्वत मामले ने पूर्व मंत्री फौजा सिंह सरारी के मामले को भी हवा दे दी है। यही कारण है कि नेता विपक्ष प्रताप बाजवा ने अमित रतन समेत आरोपी सरारी के खिलाफ भी केस दर्ज करने की मांग की है। इतना ही नहीं शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी कोटफत्ता पर कार्रवाई की बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि हर महीने AAP के किसी न किसी मंत्री और विधायक का नाम भ्रष्टाचार करने में आ रहा है।
आरोपी अमित रतन को भ्रष्टाचार की बीमारी
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आरोपी अमित रतन ने शिअद में रहते समय भी कई लोगों को ठगा। इसका पता लगने पर ही उन्हें पार्टी से निकाला गया था। उन्होंने अमित रतन को भ्रष्टाचार की बीमारी होने की बात कही। अन्य सभी पार्टियों समेत भाजपा ने भी AAP पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने पंजाब सरकार द्वारा फेसबुक आईडी पर आरोपी अमित रतन को क्लीन चिट देने पर मामले को दबाने के प्रयास के आरोप लगाए हैं।