Operation Sindoor Video : भारत द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर अब सेना ने आधिकारिक वीडियो और फोटोग्राफिक सबूत जारी किए हैं। इन वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान (Pakistan) और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) के अंदर आतंकियों के 9 बड़े ठिकानों को निशाना बनाया और तबाह किया।
India Hits Back with a Bang! 🇮🇳💥
The Kotli Abbas (PoJK) Terrorist Camp Stands Exposed and Smashed to Dust in a Deadly Strike—Operation Sindoor Wipes Out Terror Dens Across Pak and PoK! Check Out the Jaw-Dropping full Video of Bharat’s Iron Fist in Action on May 7th!
Jai Hind !… pic.twitter.com/a9MqnJlUY6— Shashank Singh (@Shank__exe) May 7, 2025
बुधवार को एक ज्वाइंट मीडिया ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) और कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sophia Qureshi) ने मीडिया को ऑपरेशन से जुड़ी अहम जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में मारे गए 26 निर्दोष लोगों की मौत का जवाब था। इस दौरान सेना ने सटीक हमलों के जरिए पाकिस्तान की सीमा में मौजूद आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने वीडियो प्रस्तुत करते हुए बताया कि सियालकोट (Sialkot) के अंदर करीब 12 से 18 किलोमीटर दूर महमूना जोया (Mahmuna Zoya) नामक आतंकी कैंप को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। यह हिज्बुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) का बड़ा अड्डा था जो कठुआ (Kathua) और जम्मू (Jammu) क्षेत्र में आतंकवाद फैलाने का नियंत्रण केंद्र था। इसी कैंप ने पहले पठानकोट एयरबेस (Pathankot Airbase) पर हमले की साजिश रची थी।
उन्होंने आगे कहा कि सियालकोट में ही स्थित सरजाल (Sarjal) कैंप को भी ध्वस्त किया गया, जहां से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के चार पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी गई थी। यह अड्डा पाकिस्तान के अंदर 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था।
सेना की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) और जैश-ए-मुहम्मद (Jaish-e-Mohammed) जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े कुल 21 ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
सवाई नाला (Sawai Nala), सैयद ना बिलाल (Syed Na Bilal), मस्कर-ए-अक्सा (Maskar-e-Aqsa), चेलाबंदी (Chelabandi), अब्दुल्ला बिन मसूद (Abdullah Bin Masood), दुलई (Dulai), गढ़ी हबीबुल्लाह (Garhi Habibullah), बतरासी (Batrasi), बालाकोट (Balakot), ओघी (Oghi), बीओआई (BOI), शिवसेना (Shivsena), गुलपुर (Gulpur), कोटली (Kotli), बराली (Barali), डुंगी (Dungi), बरनाला (Barnala), महमूना जोया (Mahmuna Zoya), सरजल (Sarjal), मुर्दिका (Murdika), बहावलपुर (Bahawalpur)।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी हमले इस प्रकार से डिजाइन किए गए थे कि कोई भी सैन्य ठिकाना या नागरिक क्षेत्र प्रभावित न हो। इन ऑपरेशनों के दौरान पाकिस्तान की ओर से किसी भी नागरिक की मृत्यु की कोई पुष्टि नहीं हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य था पीड़ितों को न्याय दिलाना और यह दिखाना कि भारत आतंक के खिलाफ सख्त और निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। ऑपरेशन के वीडियो और साक्ष्य न सिर्फ पाकिस्तान की पोल खोलते हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सुरक्षा नीति की मजबूती को भी दर्शाते हैं।






