Operation Sindoor : चार दिन तक चले भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच सैन्य संघर्ष के बाद भले ही शनिवार को सीजफायर (Ceasefire) का ऐलान हो गया हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) अब भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने अपने आधिकारिक बयान में साफ किया कि ऑपरेशन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर चुका है लेकिन यह अभी भी “जारी” है और इसमें आगे और भी जानकारी दी जाएगी।
वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ex-Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के सभी रणनीतिक लक्ष्य पूरी तरह हासिल कर लिए हैं। यह ऑपरेशन राष्ट्र के हित में बहुत ही आक्रामक और सटीक ढंग से अंजाम दिया गया। हालांकि, यह अभी खत्म नहीं हुआ है।” साथ ही, वायुसेना ने लोगों से अफवाहों और अप्रमाणित सूचनाओं से दूर रहने की अपील की।
इस ऑपरेशन के दौरान वायुसेना के प्लेटफार्म्स और पायलट्स (Pilots) को लेकर कई तरह की विवादास्पद खबरें फैलाई गईं, जिनपर वायुसेना ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इन पर विश्वास न करें।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar), राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval), प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख शामिल हुए। यह बैठक सैन्य कार्रवाई रोकने की भारत-पाक सहमति के एक दिन बाद बुलाई गई थी।
गौरतलब है कि शनिवार रात भारत ने पाकिस्तान पर सहमति के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ऐसी हरकतों से बचे और गंभीरता से स्थिति को संभाले। फिलहाल सीमावर्ती (Border) इलाकों में स्थिति शांत बताई जा रही है, लेकिन हाल की गोलाबारी और ड्रोन घटनाओं ने वहां के नागरिकों को डरा रखा है।
इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत 22 अप्रैल को हुई जब पहलगाम (Pahalgam) में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए। इस हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया और प्रधानमंत्री मोदी ने सेनाओं को “पूरी छूट” दे दी। उसके बाद ही भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को लॉन्च किया और 9 आतंकी ठिकानों (Terror Camps) को नेस्तनाबूद कर दिया।






