महाराष्ट्र, 22 जनवरी (The News Air) महाराष्ट्र के जलगांव (Jalgaon) जिले में बुधवार को हुए भीषण ट्रेन हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे की वजह सिर्फ एक अफवाह थी। पुष्पक एक्सप्रेस (Pushpak Express) में आग लगने की झूठी खबर से यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया। अफवाह के कारण किसी ने ट्रेन की चेन खींच दी, जिससे ट्रेन रुक गई और यात्री बाहर निकल आए। तभी दूसरी दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस (Karnataka Express) ने इन यात्रियों को अपनी चपेट में ले लिया।
हादसे की प्रमुख वजहें क्या रहीं?
- आग की अफवाह: पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह ने यात्रियों को डरा दिया।
- चेन पुलिंग: किसी ने ट्रेन रोकने के लिए चेन पुलिंग की।
- गलत निर्णय: यात्री जल्दबाजी में ट्रेन से नीचे उतर गए।
मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता स्वप्निल नीला (Swapnil Neela) ने बताया कि माहेजी (Maheji) और परधाडे (Pardhade) स्टेशनों के बीच यह दुर्घटना हुई। नासिक (Nashik) से डिवीजनल कमिश्नर प्रवीण गेदम (Pravin Gedam) ने बताया कि दुर्घटना स्थल पर राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है।
रेलवे ने दी सफाई
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हादसे का कारण पुष्पक एक्सप्रेस में आग नहीं बल्कि हॉट एक्सल (Hot Axle) या ब्रेक बाइंडिंग (Brake Binding) से उठी चिंगारी थी। यात्रियों ने इसे आग समझ लिया और ट्रेन रुकते ही नीचे कूद गए।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिक जांच में पता चला है कि पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच में चिंगारी उठने से घबराहट फैल गई। यात्रियों ने तुरंत चेन खींच दी और उनमें से कुछ कूद गए। उसी समय दूसरी पटरी से कर्नाटक एक्सप्रेस गुजर रही थी।”
महाराष्ट्र के सीएम ने जताया दुख
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा: “जलगांव जिले में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 11 लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। हमने जलगांव के अस्पतालों को तुरंत तैयार रहने का निर्देश दिया है।”
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स (X)’ पर पोस्ट किया कि सरकार पीड़ितों और उनके परिवारों की हर संभव मदद करेगी।
रेलवे ने बढ़ाई सुरक्षा
रेलवे ने हादसे के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया।
- मेडिकल वैन: घटनास्थल पर घायलों के इलाज के लिए मेडिकल वैन भेजी गई।
- सीनियर अफसर: रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन दुर्घटना स्थल पर पहुंचे।
राहत कार्य और जांच
महाराष्ट्र के मंत्री गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) ने कहा कि राहत कार्य जारी है। उन्होंने कहा,
“हम घटना की गहन जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
सीखने की जरूरत
यह हादसा हमें सिखाता है कि अफवाहों पर विश्वास करने से कैसे जानलेवा स्थितियां पैदा हो सकती हैं। रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और संयम से काम लें।
महाराष्ट्र के जलगांव में हुई यह दुर्घटना अफवाहों और जल्दबाजी का परिणाम थी। रेलवे और यात्रियों को ऐसे हादसों से बचने के लिए सतर्क रहना चाहिए। घायलों और मृतकों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।