The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ़ से सुल्तानपुर लोधी और बाद में बटाला की रैली में थानेदार की पेंट गीली कर देने वाले बयान के बाद सांसद रवनीत बिट्टू ने पुलिस से माफ़ी माँगी है। देर रात सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर बिट्टू ने कहा है कि यह बेहद ग़लत और आपत्तिजनक है।
नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बिना उन्होंने कहा है कि किसी भी राजनेता को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिएं। रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि अकेली पंजाब पुलिस ही ऐसी पुलिस है, जिसने राज्य में पूरी तरह से आतंकवाद को समाप्त किया है। पंजाब में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पंजाब पुलिस के हज़ारों कर्मचारियों ने शहादत दी हैं और उनकी फ़ोटो हर ज़िला हेड क्वार्टर पर लगी हुई है, जाकर देख लेना चाहिए।
यही नहीं कोरोना काल के दौरान पंजाब पुलिस ने घर घर खाना पहुंचाया है। अब जब ब्लास्ट हुआ तब भी पंजाब पुलिस ही मौक़े पर पहुँची थी। हैरानी इस बात की भी है जो व्यक्ति इनके बारे में बोल रहे हैं, वह ख़ुद इनके बगैर बाहर नहीं निकलते हैं। बुलेट प्रूफ गाड़ियों में भी आगे और पीछे पुलिस वाले बैठे होते हैं। इसलिए किसी को भी पंजाब पुलिस का साहस कम नहीं करना चाहिए।
पहले भी सिद्धू को बयानों पर घेरते रहे हैं बिट्टू
रवनीत सिंह बिट्टू इससे पहले भी नवजोत सिंह सिद्धू को उनके बयानों को लेकर घेरते रहे हैं। जब सिद्धू का मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और दूसरे नेताओं के साथ विवाद हुआ तो उन्होंने सलाह दी थी कि वह पार्टी संगठन को मज़बूत करने की तरफ़ ध्यान दें। शहरों, ज़िलों में जाएं। यही नहीं वह सिद्धू को कई बार समझाते भी रहे हैं। लुधियाना रैली में जब वह एक मंच पर इक्ट्ठा हुए तो यह दिखावा किया गया था कि वह इकट्ठे हैं।
जोश में बोले बोल पर घिरे हैं सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू सुल्तानपुर लोधी में कांग्रेसी MLA नवतेज सिंह चीमा की रैली में जोश में बोल गए थे कि उनका MLA थानेदार को दबका मारे तो उसकी पेंट गीली हो ज़ाती है। उनके इस धमकाने वाले बयान की निंदा तो हो ही रही है बल्कि यह भी कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने इस तरह से पुलिस का साहस कम किया है। पुलिस की तरफ़ से ही उन्हें सुरक्षा दी ज़ाती है।
डीएसपी के बाद सब इंस्पेक्टर ने किया है विरोध
पहले चंडीगढ़ के डीएसपी दिलशेर सिंह और अब पंजाब पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर की तरफ़ से सिद्धू द्वारा दिए गए बयान पर बुरा मनाया है। डीएसपी ने तो यहां तक कह दिया था कि ऐसे नेताओं को बिना सुरक्षा के रिक्शेवाले भी नहीं पूछता है और बिना सुरक्षा के तो यह घर से बाहर भी नहीं निकलते हैं। सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने तो डीजीपी से गुहार लगाते हुए कहा है कि इस तरह से पुलिस का चेहरा ख़राब नहीं होने दिया जाए।