यूपी बीजेपी में अंदरूनी कलह जारी है. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेता लगातार सीएम योगी से अफसरों की मनमानी की शिकायत कर रहे हैं. गुरुवार को संजय निषाद ने सीएम योगी से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने सीएम से अधिकारियों की शिकायत की. संजय निषाद ने कल यानी बुधवार को ही कहा था कि अफसर नहीं सुनते, सीएम योगी से मिलकर इसकी शिकायत करेंगे.
संजय निषाद ने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री अफसरों की मनमानी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उन्होंने ये भी कहा था कि अफसरों के न सुनने का असर चुनाव पर पड़ता है. संजय निषाद बेटे की सुरक्षा हटाए जाने से भी नाराज थे. अफसरों के कामकाज पर अपने बयानों में संजय निषाद लगातार हमलावर थे. उनके बेटे और बीजेपी विधायक सरवन निषाद ने सुरक्षा को लेकर CM को पत्र लिखा था.
मेरी जान को खतरा, फिर भी हटाई गई मेरी सुरक्षा
सरवन निषाद ने सुरक्षा वापस लेने और जान खतरे में होने का आरोप लगाया था. उन्होंने यूपी पुलिस प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया था. सरवन ने कहा था कि मेरी जान को खतरा, फिर भी मेरी सुरक्षा हटाई गई. प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है. राजनीति में केस दर्ज होते हैं. इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपराधी है. चौरी चौरा पुलिस ने जो दुर्व्यवहार किया है वह सरासर गलत है.
उन्होंने आगे कहा कि कार्यालय में घुसकर एक सम्मानित व्यक्ति को अपराधी कहना यह कहीं से भी सही नहीं है. इससे समाज में गलत संदेश जाता है और कार्यकर्ताओं में निराशा होती है. एक साल पहले मुझे जेल से जान से मारने की धमकी दी गई थी. इसके बाद मुझे सुरक्षा प्रदान की गई थी. उस सुरक्षा को जिला प्रशासन ने तरीके से हटा लिया है. राजनीति में हम लोग अपने समाज के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं.