Malkangiri Violence – Odisha के मलकानगिरी जिले से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने प्रशासन और समाज दोनों को सन्न कर दिया है। यहाँ एक आदिवासी महिला का सिरकटा शव मिलने के बाद भड़की हिंसा ने इतना भयावह रूप ले लिया कि आक्रोशित भीड़ ने देखते ही देखते 50 से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया।
मलकानगिरी जिले में स्थिति तब विस्फोटक हो गई जब दो समुदायों के बीच अविश्वास की खाई हिंसा में बदल गई। सोमवार रात करीब 10 बजे का वक्त था, जब लगभग 10,000 लोगों की भीड़ हाथों में पारंपरिक हथियार लेकर एमवी-26 गांव की ओर बढ़ी। यह मंजर बेहद डरावना था। भीड़ ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया और एक के बाद एक घरों में आग लगानी शुरू कर दी। गनीमत यह रही कि खतरे को पहले ही भांपते हुए गांव के निवासी अपने घर छोड़कर छिप गए थे, जिससे जनहानि नहीं हुई, लेकिन पूरा गांव राख के ढेर में तब्दील हो गया।
महिला की नृशंस हत्या बनी वजह
इस भीषण हिंसा की जड़ में एक आदिवासी महिला, लाके परियामी की नृशंस हत्या है। राखालगुड़ा गांव की रहने वाली इस महिला का सिरकटा शव 4 दिसंबर को मिला था। आदिवासी समुदाय का आरोप है कि जमीन विवाद के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया। शव मिलने के बाद से ही इलाके में तनाव चरम पर था और लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। रविवार को भी एमवी-26 गांव पर हमला किया गया था, लेकिन पुलिस को लगा कि मामला शांत हो जाएगा। मगर सोमवार की रात जो हुआ, उसने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दीं।
पुलिस के सामने ही जलाया गांव
हैरान करने वाली बात यह है कि जब यह हजारों की भीड़ गांव में आगजनी कर रही थी, तब पुलिस वहां मौजूद थी। एसपी विनोद पाटिल ने उग्र भीड़ को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोग किसी की सुनने को तैयार नहीं थे। भीड़ इतनी आक्रामक थी कि आग बुझाने पहुंचे दमकल वाहनों को भी निशाना बनाया गया। भीड़ ने जमकर तोड़फोड़ की और पूरे इलाके में लूटपाट मचाई। प्रशासन की आंखों के सामने पूरा गांव जलकर खाक हो गया।
शांति की पहल और इंटरनेट बंद
हिंसा के बाद प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है। पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया है। राहत की बात यह है कि शांति कमेटी की बैठक में दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों ने इस घटना की निंदा की है। आदिवासी समाज ने हमले के लिए माफी मांगी है, तो वहीं बांग्ला भाषी समाज ने महिला की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है।
सरकार का एक्शन और मुआवजा
मामले की गंभीरता को देखते हुए Odisha सरकार एक्शन मोड में है। गायब सिर की तलाश के लिए वैज्ञानिक टीम और स्निफर डॉग स्क्वायड को लगाया गया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने पीड़िता के परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। फिलहाल पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और बीएसएफ व डीवीएफ के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। प्रशासन भले ही स्थिति शांत बता रहा हो, लेकिन दोनों समुदायों के बीच तनाव अभी भी महसूस किया जा सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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मलकानगिरी में आदिवासी महिला का सिरकटा शव मिलने के बाद भड़की हिंसा।
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हजारों की भीड़ ने एमवी-26 गांव के 50 से ज्यादा घरों को जलाया।
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एहतियात के तौर पर इलाके में इंटरनेट सेवा 24 घंटे के लिए बंद।
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मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया।






