नई दिल्ली, 27 दिसंबर (The News Air): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ने चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला दी है। शोधकर्ताओं ने सुई रहित “शॉकवेव सिरिंज” विकसित की है, जो बिना दर्द के त्वचा के भीतर दवा पहुंचाने की क्षमता रखती है।
कैसे काम करती है शॉकवेव सिरिंज: यह सिरिंज उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉकवेव्स) का उपयोग करती है, जो ध्वनि की गति से तेज़ गति से त्वचा को भेदती हैं। इसका डिज़ाइन बेहद सूक्ष्म है, जिसमें नोजल का आकार केवल 125 माइक्रोन (मानव बाल से भी पतला) है।
मुख्य फायदे:
- दर्द रहित इंजेक्शन: सुई से डरने वाले लोगों के लिए आदर्श समाधान।
- कम त्वचा क्षति: यह इंजेक्शन स्थल पर सूजन और घाव को तेजी से ठीक होने में मदद करता है।
- अधिक सटीक दवा वितरण: शॉकवेव सिरिंज गहराई तक दवा पहुंचाने में सुई से बेहतर साबित हुई है।
- बार-बार उपयोग: एक ही सिरिंज से 1,000 से अधिक शॉट्स दिए जा सकते हैं।
परीक्षण और परिणाम: शोधकर्ताओं ने इस सिरिंज का परीक्षण तीन प्रकार की दवाओं पर किया:
- एनेस्थेटिक (केटामाइन-जाइलाजिन): दवा का असर 3-5 मिनट में शुरू हुआ और 20-30 मिनट तक चला।
- एंटीफंगल (टेर्बिनाफाइन): यह सुई की तुलना में त्वचा की परतों में अधिक गहराई तक पहुंची।
- इंसुलिन: मधुमेह के चूहों में, यह सिरिंज रक्त शर्करा के स्तर को अधिक प्रभावी ढंग से और लंबे समय तक नियंत्रित करने में सक्षम रही।
भविष्य की संभावनाएं: शॉकवेव सिरिंज केवल दर्द रहित इंजेक्शन तक सीमित नहीं है। यह तकनीक टीकाकरण, इंसुलिन वितरण, और जटिल दवाओं के लिए एक सुरक्षित और कुशल विकल्प प्रदान करती है। इसकी कम लागत इसे चिकित्सा जगत में व्यापक रूप से अपनाने योग्य बनाती है।