नई दिल्ली,15 अक्टूबर (The News Air): खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस का जनरल काउंसल गुरपतवंत सिंह पन्नू की हिमाकतें दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। अब उसने कनाडा के सांसद चंद्र आर्य को धमकी दे दी है। आर्य ने कनाडा में बढ़ते खालिस्तानी उग्रवाद की निंदा की है। इससे बिलबिलाकर पन्नू ने आर्य को देख लेने की धमकी दी है। पन्नू ने अपने ऑडियो संदेश में कहा है कि सांसद चंद्र आर्य भारत सरकार के मुखपत्र हैं। उसने आर्य पर कनाडा में राजद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की। पन्नू ने धमकी भरे लहजे में कहा, ‘सांसद आर्य का क्या हश्र होता है, ये तो वक्त ही बताएगा।’
फन फैला रहा है खालिस्तानी आतंकवाद
यह धमकी खालिस्तानी उग्रवादियों से जुड़ी घटनाओं की बढ़ती श्रृंखला का हिस्सा है। सोमवार को एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमें कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय वर्मा को निशाना बनाते हुए दिखाया गया। उनके पुतले जलाए गए और उग्रवादियों ने उन पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया, जिन्हें उन्होंने ‘शहीद’ बताया। इस वीडियो ने तनाव को और बढ़ा दिया है।
भारत की कनाडाई नेतृत्व को दोटूक
कनाडा में भारत के पूर्व उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने इन घटनाक्रमों पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार के रुख से भारत और कनाडा के बीच भू-राजनीतिक तालमेल (जियो-पॉलिटिकिल अलाइनमेंट) कमजोर हो रहा है। उन्होंने इन घटनाक्रमों को बेवजह का उकसावा बताया और अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों में खटास लाने के लिए कनाडाई नेतृत्व की आलोचना की।
कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने खालिस्तानियों के खिलाफ संभाला मोर्चा
हाल के महीनों में सांसद चंद्र आर्य ने खालिस्तानी उग्रवाद की मुखर आलोचना की है। उन्होंने कानून के इकबाल पर जोर देते हुए कहा है कि इससे पहले की बहुत देर हो जाए, बढ़ती हिंसा से सख्ती से निपटा जाए। आर्य के बयानों के जवाब में पन्नू ने सांसद और उनके हिंदू-कनाडाई समर्थकों से कहा है कि वो ‘मोदी के भारत’ ही चले जाएं। आर्य ने सोशल मीडिया पर पन्नू की धमकियों का जवाब देते हुए कहा कि खालिस्तानी उग्रवादी कनाडा का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खालिस्तानी कनाडाई चार्टर ऑफ राइट्स से मिली स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर रहे हैं।
भारत ने कनाडा के खिलाफ उठाया सख्त कदम
इधर, भारत ने कनाडा से राजनयिक संबंध खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। भारत ने अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया और बदले में कनाडा के उच्चायुक्त देश से निष्कासित कर दिया है। बहरहाल, पन्नू के वीडियो ने भारत और कनाडा के बीच संबंधों के लिए एक और बड़ी चुनौती पेश कर दी है। कनाडा सरकार पर खालिस्तानी उग्रवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ रहा है। देखना होगा कि कनाडा सरकार इन घटनाओं पर क्या प्रतिक्रिया देती है।