North India Cold Wave Alert – उत्तर भारत में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का दौर अब और खतरनाक होने वाला है। मौसम विभाग (IMD) ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों में दिखेगा, जिससे अगले 3-4 दिनों में न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की भारी गिरावट दर्ज की जाएगी।
उत्तर भारत के मैदानी इलाके पहले ही कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिसकी बर्फीली हवाएं मैदानी क्षेत्रों को ठिठुरा रही हैं। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, बिहार के साथ-साथ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लोग घने कोहरे का सामना कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे का यह प्रकोप और अधिक विकराल रूप धारण करने वाला है।
दिल्ली का मौसम: राहत के बाद फिर आफत
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार की सुबह मौसम ने लोगों को थोड़ा चौंकाया। मौसम विभाग ने घने कोहरे की आशंका जताई थी, लेकिन हवा की रफ्तार और नमी का सही तालमेल न बन पाने के कारण कोहरा उम्मीद से कम रहा। हालांकि, यह राहत बस कुछ ही पलों की है।
IMD का अनुमान है कि 25 दिसंबर यानी क्रिसमस पर मौसम सामान्य रह सकता है, लेकिन 26 दिसंबर से एक बार फिर घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। इससे न केवल विजिबिलिटी (दृश्यता) कम होगी, बल्कि ठंड और गलन (ठिठुरन) भी काफी तेज हो जाएगी। अगले एक हफ्ते में दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के आसार हैं।
यह मौसम आम यात्रियों, विशेषकर सुबह और देर रात सफर करने वालों के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी कर सकता है, इसलिए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
यूपी-बिहार समेत इन राज्यों में ‘कोल्ड डे’ का अलर्ट
सर्दी का सितम सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में शीत लहर लोगों की मुश्किलें बढ़ाएगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में ‘कोल्ड डे’ (बेहद ठंडे दिन) जैसी स्थिति बनने की आशंका है। वहीं, बिहार में 28 दिसंबर तक कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है।
अगले दो दिनों तक आगरा, बरेली, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, गाजियाबाद (हिंडन एयरपोर्ट), अमृतसर, हिसार, अंबाला और हिमाचल के बिलासपुर में घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
विश्लेषण: क्यों बिगड़ रहा है मौसम का मिजाज?
एक वरिष्ठ पत्रकार के नजरिए से देखें तो मौजूदा मौसम के पीछे पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की सक्रियता सबसे बड़ा कारण है। वर्तमान में उत्तर भारत के ऊपर एक विक्षोभ सक्रिय है, जो मौसम में यह बदलाव ला रहा है। चिंता की बात यह है कि 27 दिसंबर तक एक दूसरा पश्चिमी विक्षोभ भारतीय आसमान तक पहुंच सकता है। इसी कारण पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर जारी रहेगा और वहां से आने वाली सीधी ठंडी हवाएं मैदानी राज्यों में गलन बढ़ाएंगी।
पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश का दौर
नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 27 से 29 दिसंबर के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में बारिश और बर्फबारी की प्रबल संभावना है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 28 और 29 दिसंबर को अच्छी बारिश हो सकती है। कुल मिलाकर, नए साल से पहले मौसम एक बार फिर करवट लेगा और ठंड, कोहरा, बारिश व बर्फबारी मिलकर लोगों की चुनौतियां बढ़ा सकती हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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तापमान में गिरावट: अगले 3-4 दिनों में उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक गिर सकता है।
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दिल्ली में कोहरा: 26 दिसंबर से दिल्ली-एनसीआर में फिर से घने कोहरे और गलन बढ़ने का अलर्ट है।
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कोल्ड डे की चेतावनी: पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश में ‘कोल्ड डे’ जैसी स्थिति बन सकती है।
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पश्चिमी विक्षोभ: एक के बाद एक आ रहे पश्चिमी विक्षोभों के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानों में ठंड बढ़ रही है।






