Delhi Metro Phase 5A Expansion : नए साल 2026 के आगाज से ठीक पहले केंद्र की मोदी सरकार ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों को एक शानदार तोहफा दिया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में Delhi Metro Phase-V (A) के विस्तार को हरी झंडी दे दी गई है। यह फैसला न केवल दिल्ली की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार देगा, बल्कि रोजाना सफर करने वाले लाखों यात्रियों, खासकर केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
13 नए स्टेशन और 3 नए कॉरिडोर
सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए करीब 12,015 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। इस फेज के तहत कुल 13 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। सबसे खास बात यह है कि इसमें तीन प्रमुख कॉरिडोर शामिल हैं जो दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ेंगे:
-
आरके आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ: यह 9.9 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर होगा।
-
एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल-1: यह 2.2 किलोमीटर का विस्तार होगा।
-
तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज: यह 3.9 किलोमीटर का रूट होगा।
कर्तव्य पथ और कर्मचारियों को सीधा लाभ
इस परियोजना का सबसे बड़ा फायदा लुटियंस दिल्ली और सेंट्रल विस्टा इलाके को होगा। नए विस्तार से Kartavya Bhawan और केंद्रीय सचिवालय के आसपास के दफ्तरों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों को सीधी मेट्रो कनेक्टिविटी मिलेगी।
अब तक इन इलाकों में आने-जाने के लिए लोगों को बसों या निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे इंडिया गेट के आसपास भारी ट्रैफिक जाम होता था। सरकार का अनुमान है कि इससे रोजाना करीब 60,000 ऑफिस जाने वाले लोगों और 2 लाख पर्यटकों को सीधा फायदा होगा।
विश्लेषण: ट्रैफिक और प्रदूषण पर प्रहार
एक वरिष्ठ संपादक के नजरिए से देखें तो यह फैसला सिर्फ कनेक्टिविटी का नहीं, बल्कि दिल्ली की दो सबसे बड़ी समस्याओं—ट्रैफिक और प्रदूषण—पर सीधा प्रहार है। सेंट्रल विस्टा और कर्तव्य पथ जैसे हाई-प्रोफाइल इलाकों में मेट्रो पहुंचने से सड़कों पर वीआईपी और सरकारी वाहनों का दबाव कम होगा। तुगलकाबाद और कालिंदी कुंज को जोड़ने से दक्षिण दिल्ली और नोएडा के बीच का सफर भी आसान हो जाएगा। यह ‘लास्ट माइल कनेक्टिविटी’ की दिशा में एक मास्टरस्ट्रोक है जो दिल्ली को एक वर्ल्ड क्लास ट्रांसपोर्ट सिस्टम देने के विजन को मजबूत करता है।
जानें पूरा मामला
दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क पहले ही 390 किलोमीटर से ज्यादा का है। अब फेज-5A के इस विस्तार के साथ यह नेटवर्क 400 किलोमीटर के पार चला जाएगा। इस परियोजना को पूरा करने के लिए सरकार ने 3 साल का लक्ष्य रखा है। इसमें केंद्र और दिल्ली सरकार के अलावा अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों का भी सहयोग होगा। 13 नए स्टेशनों में से 10 भूमिगत (Underground) होंगे, जिससे शहर के सौंदर्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
-
Approval: कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो फेज-5A (Phase-VA) विस्तार को मंजूरी दी।
-
Cost: परियोजना की कुल लागत लगभग 12,015 करोड़ रुपये है।
-
Stations: 13 नए स्टेशन बनेंगे, जिनमें कर्तव्य भवन, इंडिया गेट और इंद्रप्रस्थ शामिल हैं।
-
Benefit: सेंट्रल विस्टा और एयरपोर्ट टर्मिनल-1 तक सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।






