नई दिल्ली, 11 मई
दुनियाभार में कोरोना की भयावहता जारी है। लेकिन भारत में ये भयानक रूप लेता दिख रहा है। भारत में कोरोना के नए वेरियंट को B-1617 के नाम से जाना जा रहा है। कोरोना के ये डबल म्यूटेंट वायरस दूसरी और तीसरी लहर का जनक बताया जा रहा है। फिलहाल देशभर में दूसरी लहर का आतंक जारी है लेकिन माना जा रहा है कि 15 से 30 मई तक देशभर में तीसरी लहर भयानक रूप दिखा सकती है। दुनियाभर के देश इससे परेशान दिखाई दे रहे हैं।
माना ये भी जा रहा है कि ये डबल म्यूटेंट वायरस भारत की जनसंख्या बहुल्य आबादी से निकलकर विदेशों में भी पहुंच सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तकनीकी नेतृत्वकर्ता डॉ. मारिया वेन कैर्कहोव ने सोमवार को कहा है कि कोरोना का भारतीय वेरिएंट काफी ज्यादा संक्रामक है और ये पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है।
यूनाइटेड नेशंस की स्वास्थ्य एजेंसी का मानना है कि कोविड का ये नया वेरिएंट भारत में पिछले साल अक्टूबर माह में पहली बार देखा गया था। वहीं नया वेरिएंट ओरिजनल की तुलना में कहीं ज्यादा आसानी से प्रसारित होता है। ये भी आशंका है कि संभवत: नए वेरिएंट ने वैक्सीन से बचाव के लिए भी कुछ प्रतिरोध विकसित कर लिया है। यूके, ब्राजीलियन और साउथ अफ्रीकन वेरियंट के रूप में इससे पहले तीन वेरियंट की पहचान हो चुकी है। भारत इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर से संघर्ष कर रहा है। रोजाना कोरोना के 4 लाख से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। अभी ये और तबाही मचा सकता है।