नई दिल्ली (New Delhi) 14 जनवरी (The News Air): दिल्ली में स्कूलों को लगातार मिल रही बम धमकी (Bomb Threats) के पीछे के रहस्यों ने एक नया मोड़ ले लिया है। दिल्ली पुलिस की जांच में एक एनजीओ (NGO) और एक राजनीतिक दल का लिंक सामने आया है। इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
BJP ने आम आदमी पार्टी पर लगाए आरोप : दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मामले में सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) का नाम लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस एनजीओ का नाम इस जांच में आया है, उसका सीधा रिश्ता AAP से है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी से इस पर जवाब मांगा है।
बम धमकी भेजने वाले ईमेल की शुरुआत 14 फरवरी से : स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर मधुप तिवारी (Special CP Law and Order Madhup Tiwari) ने जानकारी दी कि स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल भेजने का सिलसिला 14 फरवरी से शुरू हुआ। ईमेल की जांच में कई चुनौतियां आईं, क्योंकि धमकी देने वाले ने वीपीएन (VPN) का इस्तेमाल किया था।
नाबालिग के जरिए मिली कड़ी : जांच के दौरान पुलिस ने 8 जनवरी को एक महत्वपूर्ण सुराग पाया, जिससे एक नाबालिग लड़की का पता चला। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि उसने कम से कम सात बार बम की धमकी वाले ईमेल भेजे थे।
एनजीओ और राजनीतिक दल की भूमिका : जांच के दौरान यह पाया गया कि नाबालिग के परिवार का एक सदस्य एक एनजीओ से जुड़ा है, जिसके एक राजनीतिक दल से गहरे संबंध हैं। यह एनजीओ पूर्व में अफजल गुरु की फांसी का विरोध कर चुका है और अक्सर उस दल का समर्थन करता है।
250 स्कूलों को धमकी भरा ईमेल भेजा गया : पुलिस ने खुलासा किया कि नाबालिग ने एक बार में 250 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल भेजे। वह खुद भी यह याद नहीं कर पा रही थी कि उसने कितनी बार ऐसा किया है।
जांच जारी, एनजीओ और दल का नाम उजागर नहीं : दिल्ली पुलिस ने अभी तक उस एनजीओ और राजनीतिक दल का नाम नहीं लिया है। अधिकारी का कहना है कि जांच प्रारंभिक स्तर पर है और अभी और गहराई से पड़ताल की जा रही है।
BJP और AAP में बढ़ी टकराव की संभावना : इस मुद्दे पर BJP ने जहां AAP से जवाब मांगा है, वहीं आम आदमी पार्टी ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है।
“क्या यह जांच दिल्ली की राजनीति में एक नया भूचाल ला सकती है? जुड़े रहिए ताजा अपडेट्स के लिए।”