Jan Suraaj Alleges Cash for Votes in Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA की ऐतिहासिक जीत के 24 घंटे बाद ही ‘जन सुराज’ पार्टी ने नतीजों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि NDA का यह “प्रचंड बहुमत खरीदा गया है” और इसके लिए 40,000 करोड़ रुपये का सरकारी खजाना लुटाया गया।
बिहार के चुनावी रण में 200 से ज्यादा सीटों के साथ ‘सुनामी’ जीत दर्ज करने वाले NDA के जश्न के बीच, प्रशांत किशोर की ‘जन सुराज’ ने ‘कैश फॉर वोट’ का बड़ा बम फोड़ा है।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर NDA को जीत की बधाई तो दी, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि यह जीत जनता की नहीं, बल्कि “पैसे” की है।
‘40,000 करोड़ खर्च कर खरीदे वोट’
जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने 40,000 करोड़ रुपये खर्च करके यह बहुमत हासिल किया है।
उन्होंने कहा, “यह पहली बार है कि राज्य सरकार ने करीब ₹40,000 करोड़ खर्च कर बहुमत प्राप्त किया हो। जनता के पैसे से जनता का वोट खरीदा गया।”
‘10,000 रुपये का लालच, Jivika Didis का इस्तेमाल’
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने इस ‘कैश फॉर वोट’ मॉडल की पूरी प्रक्रिया समझाई। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं के खाते में 100-200 रुपये नहीं थे, उनके अकाउंट में 10,000 रुपये डाले गए।
इसके बाद ‘जीविका दीदियों’ के जरिए कान में यह कहलवाया गया कि “आपने ₹10,000 पा लिए ना? अगली अगर आपने इनको वोट दे दिया तो आपके खाते में ₹1 लाख और डाल जाएंगे।”
उदय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने इस काम के लिए वर्ल्ड बैंक से मिले लोन की रकम से भी 14,000 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं।
‘निराश हैं, हताश नहीं’: जन सुराज
अपनी पार्टी के प्रदर्शन पर जन सुराज नेताओं ने माना कि नतीजे उनकी “कल्पना से भी परे और कल्पना से भी नीचे” रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम निराश हैं, लेकिन हताश नहीं हैं।”
पार्टी ने अपनी हार के दो मुख्य कारण गिनाए। पहला, RJD के वापस सरकार में आने का डर। लोगों को लगा कि जन सुराज को दिया गया वोट RJD को फायदा पहुंचा सकता है, इसलिए आखिरी के दो-तीन दिनों में उनका वोट NDA की तरफ शिफ्ट हो गया।
दूसरा कारण, दिल्ली में हुआ बम ब्लास्ट। उदय सिंह ने आरोप लगाया कि सीमांचल क्षेत्र में इस ब्लास्ट का इस्तेमाल “ध्रुवीकरण” (polarization) करने के लिए किया गया, जिससे उन्हें नुकसान हुआ।
‘जानें पूरा मामला’
जन सुराज ने इस चुनाव में करारी हार का सामना किया है। पार्टी ने कहा कि वह विधानसभा में न होते हुए भी अब “मजबूत विपक्ष” की भूमिका निभाएगी।
जब JDU के इस तंज पर सवाल पूछा गया कि प्रशांत किशोर को अब वादे के मुताबिक राजनीति छोड़ देनी चाहिए, तो मनोज भारती ने बचाव करते हुए कहा कि वह वादा 40,000 करोड़ के इस “जखीरे” के खुलने से पहले किया गया था।
पार्टी ने नई NDA सरकार से मांग की है कि वह “साफ-सुथरी” सरकार बनाए और “दागी मंत्रियों” को जगह न दे।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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बिहार में हार के बाद ‘जन सुराज’ ने NDA पर 40,000 करोड़ रुपये से वोट खरीदने का गंभीर आरोप लगाया।
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पार्टी ने कहा कि ‘जीविका दीदियों’ के जरिए महिलाओं को 10,000 रुपये देकर 1 लाख रुपये और देने का लालच दिया गया।
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जन सुराज ने अपनी हार का कारण RJD का डर और दिल्ली ब्लास्ट से हुआ ‘ध्रुवीकरण’ बताया।
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पार्टी ने कहा कि वह ‘निराश है, पर हताश नहीं’ और विधानसभा के बाहर मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी।






