नई दिल्ली (New Delhi), 14 जनवरी (The News Air): दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में कांग्रेस (Congress) को एक और बड़ा झटका लगा है। एनसीपी (NCP) के दिग्गज नेता शरद पवार (Sharad Pawar) ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को खुला समर्थन देने का ऐलान किया है। पवार का यह बयान उस समय आया है, जब पहले ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी दिल्ली चुनाव में केजरीवाल का समर्थन किया था।
शरद पवार ने कहा, “दिल्ली विधानसभा चुनाव में मेरी भावना है कि हमें अरविंद केजरीवाल की मदद करनी चाहिए…” इस बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी है। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस के लिए यह कितनी बड़ी चुनौती बनती है, क्योंकि वह अब अकेले इस चुनाव में उतरने के लिए मजबूर हो गई है।
इंडिया गठबंधन पर शरद पवार का बयान : इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) पर शरद पवार ने अपनी बात रखते हुए कहा, “भारत गठबंधन में राज्य और स्थानीय चुनावों पर कभी कोई चर्चा नहीं हुई है। इंडिया गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर के चुनावों के लिए है…” उन्होंने यह भी साफ किया कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में होने वाले आगामी नगर निगम चुनावों के बारे में फैसला सभी प्रमुख दलों द्वारा बैठक करके लिया जाएगा।
दिल्ली चुनाव में, इंडिया अलायंस (INDIA Alliance) के प्रमुख घटक दलों में कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने अलग-अलग लड़ने का फैसला किया है, जबकि कई अन्य घटक दल जैसे टीएमसी (TMC), सपा (SP) और शिवसेना (Shiv Sena) ने ‘आप’ को समर्थन देने का ऐलान किया है।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले का तंज : दिल्ली चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर तंज कसते हुए कहा, “दिल्ली में कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी का आपस में भरोसा नहीं है। AAP ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी, और अब कांग्रेस भी अकेले चुनाव लड़ रही है…”
आठवले ने यह भी कहा, “इंडिया अलायंस के वे घटक दल, जिनका दिल्ली में कोई प्रभाव नहीं है, वे आम आदमी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई फायदा नहीं होगा। उनका गठबंधन कमजोर है और इसमें बहुत बड़ी फूट है।”
दिल्ली चुनाव की तारीखें : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा, और नतीजे 8 फरवरी (February 8) को घोषित किए जाएंगे। चुनाव के दौरान विभिन्न दलों के समर्थन और विरोध को लेकर राजनीति और दिलचस्प मोड़ आ सकते हैं।
दिल्ली चुनाव में शरद पवार का बयान और उनका समर्थन, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के लिए एक चुनौती बन सकता है। अब दिल्ली में मुकाबला और भी रोचक होने की संभावना है। क्या कांग्रेस, ‘आप’ और अन्य दलों के बीच का संघर्ष दिल्ली की राजनीति को नया मोड़ देगा?
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