अमृतसर (The News Air) 1988 रोडरेज मामले में साढे दस महीनों की सजा काट कर छूटे नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Sidhu) गुरूवार को दिल्ली पहुंच गए। जहां उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की है। उनकी मुलाकात के बाद से ही पंजाब कांग्रेस में समर्थक जहां उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपने की बातें कर रहे हैं, वहीं यह मुलाकात विरोधी गुट के लिए बेचैनी पैदा कर रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने शाम होते ही अपने ट्विटर एकाउंट पर राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के साथ अपनी तस्वीर को अपलोड किया। इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा- आज नई दिल्ली में अपने मेंटोर राहुल जी और मित्र, दार्शनिक, मार्गदर्शक प्रियंका जी से मुलाकात हुई।
आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, मुझे धमका सकते हैं, मेरे सभी वित्तीय खातों को ब्लॉक कर सकते हैं, लेकिन पंजाब और मेरे नेताओं के लिए मेरी प्रतिबद्धता न तो झुकेगी और न ही एक इंच पीछे हटेगी !!
आक्रामक दिख रहे नवजोत सिद्धू
जेल से निकलने के बाद से ही नवजोत सिंह सिद्धू आक्रामक दिख रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपना गुस्सा राज्य व केंद्र सरकार के साथ-साथ सीएम भगवंत मान पर ही निकाला है। लेकिन उनके हर कदम का पंजाब कांग्रेस में भी असर दिखने लगा है। नवजोत सिंह सिद्धू समर्थक अब एक बार फिर इकट्ठा होना शुरू हो गए हैं, जो पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
राहुल गांधी ने पंजाब में नवजोत सिद्धू को दरकिनार कर चरणजीत चन्नी को CM चेहरा बनाया था। तब सिद्धू ने राहुल के फैसले का समर्थन किया। जिसके बाद चन्नी ने सिद्धू को गले लगाया।
कांग्रेस के विरोधी हो गए थे सिद्धू
चुनावों की हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू की यह पहली मुलाकात राहुल गांधी के साथ हो रही है। चुनावों से पहले जब चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम चेहरा घोषित किया गया था, तब नवजोत सिंह सिद्धू बोले तो नहीं, लेकिन नाराजगी उनके एक्शन में झलकनी शुरू हो गई थी।
वहीं, जब कांग्रेस को बड़ी हार का मुंह देखना पड़ा था तो भी नवजोत सिंह सिद्धू इसके कसूरवार चरणजीत सिंह चन्नी को बता रहे थे। अंत में उन्हें पंजाब प्रधान के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। लेकिन कुछ समय बाद ही 20 मई 2022 को सिद्धू को रोडरेज मामले में जेल जाना पड़ा था।