चंडीगढ़, 9 अगस्त (The News Air)
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। नशे के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की प्रदेश सरकार से उन्होंने सवाल किए हैं। कई ट्वीट कर उन्होंने पूछा है कि पंजाब पुलिस की ओर से जो SIT, पंजाब में नशे की बिक्री और नशे की सप्लाई में शामिल बड़ी मछलियों को क़ाबू करने के लिए बनाई गई थी, उसने आख़िरकार क्या कार्रवाई की है? साथ ही नवजोत सिद्धू ने सुझाव दिया है कि विधान सभा में एक विशेष प्रस्ताव लाकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में बंद पड़ी SIT की इसी मुद्दे को लेकर की गई जांच रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक किया जाए।
नवजोत सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि ‘फरवरी 2018 में एडीजीपी हरप्रीत सिद्धू के नेतृत्व में एसटीएफ ने बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और अन्य को नशा तस्करी में शामिल होने के मामले में ईडी द्वारा दर्ज़ किए गए बयानों पर सबूतों की जांच करते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में स्थिति की रिपोर्ट दायर की है।’
सिद्धू ने कहा पंजाब में लागू नहीं होने देंगे तीन काले क़ानून- पंजाब आलाकमान ने पिछले दिनों एक लंबी बातचीत के उपरांत नवजोत सिद्धू को प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में नवजोत सिद्धू लगातार एक्टिव मोड में नज़र आ रहे हैं। इसी कड़ी के तहत बुधवार को पटियाला में कांग्रेस विधायक मदनलाल जलालपुर के गृह पर पहुंचे। जहां उन्होंने कांग्रेस के मंत्रियों/विधायकों के साथ हुई बैठक के दौरान कहा कि कांग्रेस किसानों के हित के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि पंजाब में केंद्र सरकार के तीन काले क़ानून कभी भी लागू नहीं होने देंगे।
उन्होंने बैठक के दौरान कहा कि मैं यहां 5 बार आऊं चाहे पचास बार आऊं, यह मदनलाल जलालपुर का चुनाव नहीं है, यह नवजोत सिद्धू का चुनाव है। नवजोत सिद्धू ने कहा कि हमारी यह प्राथमिकता रहेगी कि जो लोकमत हैं उनको हल किया जाए। इसके लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के साथ बैठकर मुद्दों को हल करने पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जो किसानी है वो पंजाब का 60 प्रतिशत है. यह सरदार और पंजाब दोनों का अभिमान है. नवजोत सिद्धू ने कृषि क़ानूनों पर बात करते हुए कहा कि इन क़ानूनों को बनाना राज्य सरकार के क़ानून बनाने के अधिकार का हनन है।