Weather Update New Year 2026 – नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे लोगों के लिए मौसम विभाग (IMD) ने एक बड़ा अपडेट जारी किया है। कुदरत ने इस बार नए साल के स्वागत के लिए ‘डबल प्लान’ तैयार किया है। जहां एक तरफ पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी (Snowfall) सैलानियों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली है, वहीं मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड (Cold Wave) और घना कोहरा (Dense Fog) आम लोगों की मुश्किलें बढ़ाने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 31 दिसंबर की रात से लेकर 5 जनवरी तक उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ेगी।
सैलानियों के लिए खुशखबरी: कश्मीर में गिरेगी बर्फ
पहाड़ों पर घूमने का प्लान बना रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में नए साल पर बर्फबारी की भविष्यवाणी की है। 30 दिसंबर से मौसम करवट लेगा और 1 जनवरी तक लेह, कारगिल, पहलगाम और गुलमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर ताजी बर्फबारी देखने को मिल सकती है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की सक्रियता के कारण ऊंचे पहाड़ों पर हिमपात का यह दौर शुरू होगा, जो न्यू ईयर सेलिब्रेशन को और भी खास बना देगा।
मैदानों में ‘कोल्ड डे’ का अलर्ट, कांपेगी दिल्ली
पहाड़ों पर बर्फबारी का सीधा असर मैदानी इलाकों पर पड़ेगा। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में शीत लहर का प्रकोप बढ़ने वाला है। मौसम विभाग ने 5 जनवरी तक इन राज्यों में कड़ाके की ठंड और ‘कोल्ड डे’ (Cold Day) की स्थिति बने रहने की संभावना जताई है। सुबह और रात के समय तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ेगा।
घने कोहरे से थमेगी रफ्तार
ठंड के साथ-साथ घना कोहरा भी मुसीबत बनकर आया है। दिल्ली-एनसीआर, यूपी और बिहार के कई हिस्सों में सुबह के समय विजिबिलिटी (दृश्यता) काफी कम रहने के आसार हैं। कोहरे की चादर यातायात को प्रभावित कर सकती है, जिससे उड़ानों और ट्रेनों की आवाजाही में देरी हो सकती है। बिहार में पछुआ हवाओं के साथ कनकनी बढ़ेगी, जिससे दिन में भी ठिठुरन महसूस होगी।
विश्लेषण: जलवायु परिवर्तन या सामान्य सर्दी? (Expert Analysis)
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार सर्दी का पैटर्न थोड़ा अलग है। दिसंबर के अंत में पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना और उसका मैदानी इलाकों पर इतना गहरा असर पड़ना, सामान्य मौसम चक्र का हिस्सा है, लेकिन इसकी तीव्रता चिंता का विषय हो सकती है। पहाड़ों पर बर्फबारी पर्यावरण और पर्यटन दोनों के लिए अच्छी है, लेकिन मैदानी इलाकों में अचानक तापमान गिरना बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के लिए जोखिम भरा हो सकता है। नए साल के जश्न में लोगों को ठंड से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरतनी होगी।
जानें पूरा मामला (Background)
हर साल दिसंबर के अंत और जनवरी की शुरुआत में उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इस बार पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का दौर एक साथ आया है। यह मौसम चक्र रबी की फसलों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन आम जनजीवन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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New Year पर पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानों में कड़ाके की ठंड का अलर्ट।
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Kashmir, हिमाचल और उत्तराखंड में 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक हो सकता है हिमपात।
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दिल्ली, यूपी और बिहार में 5 January तक शीतलहर और घने कोहरे की चेतावनी।
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मौसम विभाग ने मैदानी इलाकों में Cold Day की स्थिति बने रहने की बात कही।
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पर्यटकों के लिए Snowfall का नजारा देखने का यह सबसे सही समय है।






