म्यांमार की सेना (Myanmar’s military) ने मंगलवार को देश में सैन्य शासन के खिलाफ एक कार्यक्रम में जमा हुई आम नागरिकों की भीड़ पर हवाई हमले कर दिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में बच्चों और महिलाओं समेत 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। ये लोग सैन्य शासन के विरोधियों द्वारा आयोजित एक समारोह में भाग ले रहे थे। इस नरसंहार की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जो विचलित कर देने वाली हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इसे परेशान करने वाली घटना बताया है। मरने वालों में महिलाएं और 20-30 बच्चे शामिल हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने द एसोसिएटेड प्रेस (AP) को बताया कि एक लड़ाकू विमान ने सागैंग प्रांत के कनबालु टाउनशिप में स्थित पजीगी गांव के बाहर एकत्र हुई भीड़ पर बम गिराए और फिर हेलीकॉप्टर से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। यहां लोग विद्रोही गुट के स्थानीय कार्यालय के उद्घाटन के लिए एकत्र हुए थे। यह राज्य देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले से लगभग 110 किलोमीटर (70 मील) उत्तर में स्थित है। उन्होंने कहा कि बमबारी के समय समारोह में महिलाओं और बच्चों समेत 150 से ज्यादा लोग भाग ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि मृतकों में सैन्य शासन विरोधी सशस्त्र समूहों और अन्य राजनीतिक संगठनों के नेता भी शामिल हैं। शुरुआती रिपोर्टों में मरने वालों की संख्या लगभग 50 बताई गई थी, लेकिन बाद में स्वतंत्र मीडिया की रिपोर्ट आई कि मौत का आंकड़ा 100 से भी अधिक है। बता दें कि म्यांमार की सेना ने फरवरी 2021 में तख्तापलट कर देश की सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। तब से देश में सैन्य शासन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।
सेना इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए लोगों पर बलपूर्वक कार्रवाई कर रही है। सेना की कार्रवाई में अब तक 3,000 से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है। सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर दिया था। तब से सेना अपने शासन के खिलाफ प्रदर्शनों को दबाने के लिए लगातार हवाई हमले करती रही है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि लगभग आधे घंटे बाद एक हेलीकॉप्टर के जरिए गोलीबारी की गई। विपक्षी ग्रुप नेशनल यूनिटी गवर्नमेंट (एनयूजी) ने एक बयान में कहा कि आतंकी सेना की ओर से यह जघन्य कृत्य निर्दोष नागरिकों के खिलाफ ताकत के उनके अंधाधुंध इस्तेमाल का एक और उदाहरण है। एनयूजी खुद को सेना के विरोध में देश की वैध सरकार कहता है। मंगलवार को समूह का खोला जा रहा कार्यालय उसके प्रशासनिक नेटवर्क का हिस्सा था।