• About
  • Privacy & Policy
  • Disclaimer & DMCA Policy
  • Contact
🔆 बुधवार, 10 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home बिज़नेस

मजबूत रैली के बाद, म्यूचुअल फंड ने जून तिमाही में भारतीय बैंकों में घटाई हिस्सेदारी

The News Air by The News Air
बुधवार, 2 अगस्त 2023
A A
0
म्यूचुअल फंड
104
SHARES
690
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Banking stocks : (BSE)बीएसई के शेयरहोल्डिंग पैटर्न डेटा के मुताबिक पिछले एक साल में दिखी मजबूत रैली के बाद जून तिमाही के दौरान म्यूचुअल फंडों ने सरकारी बैंकों सहित भारतीय बैंकों में पिछली तिमाही की तुलना में अपनी हिस्सेदारी में कटौती की है। चार तिमाहियों के बाद यह पहली बार है जब म्यूचुअल फंड बैंकों में हिस्सेदारी कम करते दिखे हैं।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च के हेड दीपक जसानी का कहना है कि जून तिमाही में, म्यूचुअल फंड्स ने कई बैंकों (सार्वजनिक और निजी दोनों ) में हिस्सेदारी बेची है और कुछ बैंक शेयरों में हिस्सेदारी जोड़ी है। यह पिछले कुछ महीनों में देखी गई रैली के बाद इन शेयरों के वैल्यूएशन पर म्यूचुअल फंड्स के नजरिए का संकेत है।

विश्लेषकों के एक वर्ग का मानना है कि वित्त वर्ष 2024 में बैंकिंग सेक्टर के नेट प्रॉफिट मार्जिन में गिरावट देखने को मिलेगी। इसके अतिरिक्त, उन्हें ये भी लगता है कि वित्त वर्ष 2023 की तुलना में वित्त वर्ष 2024 में इस सेक्टर में सिस्टेमेटिक क्रेडिट ग्रोथ में कमी देखने को मिलेगी। इसके चलते पूरे बैंकिंग सिस्टम के कुल प्री-प्रॉविजनिंग अर्निंग ग्रोथ में काफी मंदी आ सकती है।

यह भी पढे़ं 👇

Bangladesh Economy Crisis

‘हसीना की गलती’ या ‘यूनुस की नाकामी’? बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर आया बड़ा संकट, IMF ने दी चेतावनी

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Income Tax Department Alert

Income Tax Department Alert: फर्जी ईमेल से बचें, घर बैठे पाएं PVC PAN Card

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Microsoft CEO Satya Nadella

Microsoft CEO Satya Nadella ने भारत को दिया ₹1.5 लाख करोड़ का AI Gift

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Home Loan

Private Job वाले ध्यान दें! Home Loan लेने में Middle Class का ‘महा-रिकॉर्ड’, जानें 5 बड़े कारण

मंगलवार, 9 दिसम्बर 2025

क्या कहते हैं आंकड़े

पिछली तिमाही से जिन पीएसयू बैंकों में म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में गिरावट देखी गई उनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। खासतौर से भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा दोनों को लगातार चौथी तिमाही में म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स में लगातार गिरावट का सामना करना पड़ रहा है। इनमें म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में क्रमशः 100 आधार अंक (बीपीएस) और 200 बीपीएस की कटौती हुई है। इस बीच, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक में म्यूचुअल फंड हिस्सेदारी बढ़ती दिखी है।

प्राइवेट बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में भी काफी हद तक इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिला। इस तिमाही के दौरान आरबीएल बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, सिटी यूनियन बैंक, करूर वैश्य बैंक, फेडरल बैंक, डीसीबी बैंक, बंधन बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग्स में कमी देखने को मिली है।

गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) पर नजर डालें तो एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स, मणप्पुरम फाइनेंस, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस और बजाज फाइनेंस में भी म्यूचुअल फंडों की हिस्सेदारी में कमी आई है।

शेयर कीमतों में तेजी

अप्रैल 2022 से निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 154 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। जबकि इस साल अब तक इसमें 7.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। यह तेजी सराकारी बैंकों की लगातार मजबूत प्रॉफिटेबिलिटी और घटती प्रॉविजनिंग के साथ एनपीए लेवल में सुधार के कारण आई। सरकारी स्वामित्व वाले बैंकों के जोरदार क्रेडिट ग्रोथ से भी निवेशकों के सेंटीमेंट में बैंकिंग शेयरों को लेकर मजबूती आई।

सरकारी बैंकों ने वित्त वर्ष 2023 में कुल 1.05 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया था। इसमें एसबीआई और कुछ दूसरे बैंकों ने अपनी अब तक की सबसे ज्यादा कमाई दर्ज की। सभी पीएसबी ने ग्रॉस और नेट एनपीए में गिरावट दर्ज की गई थी। विश्लेषकों का कहना है कि जून तिमाही के में 6 पीएसयू बैंकों ने आय का आंकड़ा दिया। इन सभी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया।

निजी क्षेत्र के बैंकों की बात करें बंधन बैंक और सिटी यूनियन बैंक ने निगेटिव रिटर्न दिया, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक ने अप्रैल 2022 के बाद से केवल 5 फीसदी और 9 फीसदी की बढ़त हासिल की। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक 100 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ सबसे बड़ा गेनर रहा है। इसके बाद आरबीएल बैंक और इंडसइंड बैंक का नंबर है। इन्होंने 71 फीसदी और 45 फीसदी रिटर्न दिया है। इस अवधि के दौरान आईसीआईसीआई बैंक ने 35 फीसदी जबकि एक्सिस बैंक ने 22 फीसदी रिटर्न दिया है।

आनंद राठी के सुजान हाजरा बैंकिंग क्षेत्र पर इक्वल वेट (equal weight)नजरिया रखते हैं। हाजरा का मानना है कि अच्छी तरह से मैनेज्ड सरकारी बैंकों में आगे तेजी आने की संभावना है। जिससे आगे चलकर में इन बैंकों का बेहतर प्रदर्शन जारी रह सकता है।

एफआईआई रुझान

म्यूचुअल फंड के अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भी जून तिमाही में सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी में कटौती की है। हालांकि एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब नेशनल बैंक इसके अपवाद रहे हैं। मार्च 2023 तिमाही की तुलना में जून तिमाही के दौरान एफआईआई ने निजी बैंकों और एनबीएफसी में हिस्सेदारी बढ़ाई है।

जून तिमाही के बैंकिंग सेक्टर के नतीजे

जून तिमाही के नतीजों के मौसम के दौरान अब तक 26 बैंकों ने अपने नतीजे जारी किए हैं जिनमें से 12 बैंकों के मुनाफे में तिमाही आधार पर गिरावट देखने को मिली है। जबकि धनलक्ष्मी बैंक ने नेट लॉस दर्ज किया है। सभी बैंकों की ब्याज से होने वाली कमाई तिमाही दर तिमाही आधार पर थोड़ी बढ़ी है। 13 बैंकों के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में गिरावट आई है। जबकि 10 बैंकों ऑपरेटिंग प्रॉफिट में सिंगल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली। बाकी तीन बैंकों – धनलक्ष्मी बैंक, आईडीबीआई बैंक और जम्मू एंड कश्मीर बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दोहरे अंक में पहुंच गया है।

डिस्क्लेमर: The News Air पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

Bangladesh Economy Crisis

‘हसीना की गलती’ या ‘यूनुस की नाकामी’? बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर आया बड़ा संकट, IMF ने दी चेतावनी

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Income Tax Department Alert

Income Tax Department Alert: फर्जी ईमेल से बचें, घर बैठे पाएं PVC PAN Card

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Microsoft CEO Satya Nadella

Microsoft CEO Satya Nadella ने भारत को दिया ₹1.5 लाख करोड़ का AI Gift

बुधवार, 10 दिसम्बर 2025
Home Loan

Private Job वाले ध्यान दें! Home Loan लेने में Middle Class का ‘महा-रिकॉर्ड’, जानें 5 बड़े कारण

मंगलवार, 9 दिसम्बर 2025
8th Pay Commission

8th Pay Commission: कब से लागू होगा 8वां वेतन आयोग? सरकार ने दिया जवाब

मंगलवार, 9 दिसम्बर 2025
EPFO

Private Job वाले ध्यान दें! क्या आपकी Pension के पैसों पर मिलता है ब्याज? EPFO का नियम जानें

मंगलवार, 9 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Disclaimer & DMCA Policy
  • Contact

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • काम की बातें

© 2025 THE NEWS AIR