The News Air –पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक बार फिर हिंदू मंदिर पर हमला किया गया। मां दुर्गा की प्रतिमा को हथौड़े से तोड़ा गया। आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। यह मंदिर कराची के रणछोड़ लाइन एरिया में है। घटना के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के कई लोग जमा हो गए। पुलिस के मुताबिक़, घटना की जांच की जा रही है।
सिंध में हिंदू लड़कियों के जबरिया धर्म परिवर्तन की घटनाएं भी होती रही हैं। यहां पहले भी हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं।
मंदिर के दूसरे हिस्से में भी तोड़फोड़
पाकिस्तान के टीवी चैनल ‘समा न्यूज़’ ने कराची की इस घटना के बारे में जानकारी दी है। इस चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक़- सोमवार रात एक मुस्लिम व्यक्ति कराची के पॉश इलाक़े रणछोड़ लाइन्स में मौजूद जोग माया मंदिर में घुसा। इसने हथौड़े से मां दुर्गा की प्रतिमा को तोड़ दिया। मंदिर के दूसरे हिस्से में भी तोड़फोड़ की गई।
हमले के बाद यह शख़्स वहाँ से भाग जाना चाहता था, लेकिन स्थानीय हिंदू समुदाय को घटना की जानकारी मिल गई और वहाँ काफ़ी लोग जमा हो गए। इन लोगों ने इस शख़्स को पकड़ लिया। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
22 महीने में हिंदू मंदिरों पर 9वां हमला
पाकिस्तान की पत्रकार वीनगास ने भी घटना का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने कहा कि 22 महीने में हिंदू मंदिरों पर होने वाला यह 9वां हमला है। वीनगास ने कहा- हमारा सुप्रीम कोर्ट भी सरकार को यह आदेश दे चुका है कि वो हिंदू मंदिरों को सुरक्षा दी जानी चाहिए और उन पर हमले बंद होने चाहिए। इसके बावज़ूद सरकार कोई क़दम उठाने को तैयार नहीं है। इसकी वजह यह है कि दोषियों को कोई सज़ा नहीं दी ज़ाती।
भाजपा नेता ने कार्रवाई की मांग की
भारतीय जनता पार्टी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने घटना की निंदा की है। सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में सिरसा ने इस घटना से संबंधित वीडियो भी शेयर किया है। सिरसा ने कहा- यह सत्ता के इशारे पर फैलाया जा रहा आतंकवाद है। सिरसा ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग करते हुए इस मामले पर एक्शन लेने की अपील की।
जन्माष्टमी पर भी तोड़ा था मंदिर
सितंबर में जन्माष्टमी के पावन दिन पर भी हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत की गईं थीं। तब सिंध प्रांत के ही संघार ज़िले के खिर्पो इलाक़े में मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यह मंदिर भगवान कृष्ण का था। इसमें रखी मूर्तियों को तोड़ दिया गया और वहाँ मौजूद हिंदुओं से मारपीट और बदसलूकी की गई थी। तब सिंध में हुई घटना की जानकारी पाकिस्तान के ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट राहत आस्टिन ने भी सोशल मीडिया पर दी थी। उन्होंने कहा था- मंदिर पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि यहां हिंदू समुदाय धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाने जुटा था।