करीब 1 साल पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज ने न्यू एनर्जी सॉल्यूएशंस के क्षेत्र में अपने कदम रखने का एलान किया था। कंपनी ने कहा था कि वह 4 गीगा फैक्ट्रीज के साथ ही ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बड़ी मात्रा में निवेश करेगी। इसके लिए कंपनी ने सोलार फोटोवोल्टिक फैक्ट्ररी लगाने, एडवांस एनर्जी स्टोरेज की सुविधा स्थापित करने और इलेट्रोलाइजर मैन्यूफैक्चरिंग ईकाई लगाने जैसे ऐलान किए थे।
ब्रोकरेज हाउस ने अपने इस नोट में आगे कहा है कि एक दशक पहले निवेशक RIL के जियो और रिटेल कारोबार पर निवेश की योजना को लेकर चिंतित थे । लेकिन RILने अपने इन दोनों कारोबार को इस तरीके से संचालित किया कि यह आज अपने सेक्टर के दिग्गज बनकर उभरे हैं।
वास्तविकता यह है कि बेहतर संभावना के कारण जियो और कंपनी का रिटेल कारोबार कुल वैल्यूएशन में 2 तिहाई की शानदार हिस्सेदारी रखते हैं। हालांकि इन नए दौर के कारोबार के लिए अत्याधुनिक और तेजी से विकसित टेक्नोलॉजी की जरुरत होगी जो अपने काफी शुरुआती अवस्था में है। ऐसे में अभी यह कहना मुश्किल होगा कि क्या RILअपने ग्रीन एनर्जी कारोबार में एक बार फिर रिलायंस जियो औऱ रिलायंस रिटेल की सफलता की कहानी दोहरा पाएगी।