वहीं मौके पर पुलिस भी दौड़कर वहां पहुंचती है। वह दरवाजा तोड़ देती है। इसी बीच, झोपड़ी में भी आग लग जाती है। महिला और उसकी बेटी भी अंदर थीं। पुलिस फोर्स और अफसरों के सामने दोनों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। वहीं, दोनों को बचाने में पति कृष्ण गोपाल बुरी तरह झुलस गए हैं।
पुलिस ने आग बुझाने के लिए भी बुलडोजर मंगाया और झोपड़ी गिरवा दी है। बीते सोमवार शाम हुई इस घटना से जुड़ा 2। 30 मिनट का वीडियो भी सामने आया है। इधर मड़ौली गांव मां-बेटी की मौत के बाद ग्रामीण आकोशित हो गए हैं। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासनिक अफसरों को दौड़ा लिया है। अफसरों ने भी तुरंत भागकर अपनी जान बचाई है ।
फिलहाल गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। देर रात 12 बजे तक ग्रामीण हंगामा जारी रहा। परिजनों ने रात 12 बजे तक शवों को उठाने नहीं दिया। लेकिन फिर भी कानपुर कमिश्नर राज शेखर, DM नेहा जैन, ADG आलोक कुमार समेत अन्य अफसर मौके पर देर रात तक डटे रहे। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला भी पहुंचीं। परिजनों से बात की। फिर रात 1 बजे जैसे तैसे मां-बेटी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। इधर परिजनों की शिकायत पर SDM, SHO, लेखपाल अशोक सिंह समेत कई पुलिस कर्मियों और राजस्व कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना से इलाके में तनाव है।