PM Modi Ethiopia Visit : मंगलवार को इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में कूटनीति का एक अनोखा और आत्मीय नजारा देखने को मिला, जब वहां के प्रधानमंत्री अपने अतिथि पीएम नरेंद्र मोदी के लिए खुद ‘ड्राइवर’ बन गए। इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान इथियोपिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है, जो भारत के लिए एक और गौरवशाली उपलब्धि है।
अदीस अबाबा में मोदी का शानदार स्वागत
इथियोपिया की धरती पर कदम रखते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रोटोकॉल से हटकर इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली ने पीएम मोदी के प्रति विशेष सम्मान दिखाया। वे खुद गाड़ी चलाकर पीएम मोदी को शहर के साइंस म्यूजियम और फ्रेंडशिप पार्क तक ले गए। दोनों नेताओं के बीच की यह केमिस्ट्री दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इथियोपिया में कदम रखते ही उन्हें यहां के लोगों से अद्भुत अपनापन और आत्मीयता मिली है। उन्होंने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया।
मिला सर्वोच्च सम्मान: ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’
इस यात्रा का सबसे अहम पल वह रहा जब इथियोपिया ने पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च पुरस्कार ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ से सम्मानित किया। सम्मान प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि विश्व की एक अति प्राचीन और समृद्ध सभ्यता द्वारा सम्मानित किया जाना उनके लिए बहुत गौरव की बात है।
उन्होंने इस सम्मान को 140 करोड़ भारतवासियों को समर्पित किया। पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान उन अनगिनत भारतीयों का भी है जिन्होंने दोनों देशों की साझेदारी को आकार दिया है। इसमें 1896 के संघर्ष में सहयोग देने वाले गुजराती व्यापारियों से लेकर इथियोपिया के भविष्य को संवारने वाले भारतीय शिक्षक और उद्योगपति शामिल हैं।
रिकॉर्ड: 2025 में मिला नौवां विदेशी सम्मान
यह सम्मान पीएम मोदी की वैश्विक लोकप्रियता और भारत के बढ़ते कद का प्रमाण है। ट्रांसक्रिप्ट के अनुसार, साल 2025 में यह पीएम मोदी को मिला नौवां विदेशी सर्वोच्च पुरस्कार है। इससे पहले इस साल घाना, मॉरीशस, श्रीलंका, बारबाडोस और त्रिनिदाद जैसे देशों ने उन्हें अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है।
अब तक पीएम मोदी को कुल 28 देशों के सर्वोच्च पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वे सर्वाधिक विदेशी सम्मान पाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं।
जब ‘भाई’ का निमंत्रण टाल नहीं सके मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को अपना मित्र और भाई बताया। उन्होंने एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि पिछले महीने जब वे दक्षिण अफ्रीका में जी-20 समिट के दौरान मिले थे, तो पीएम अबी ने बहुत स्नेह और अधिकार से उन्हें इथियोपिया आने का आग्रह किया था।
पीएम मोदी ने कहा, “मैं अपने मित्र, अपने भाई का यह स्नेह भरा निमंत्रण भला कैसे टाल सकता था? इसलिए पहला मौका मिलते ही मैंने यहां आने का निश्चय कर लिया।” उन्होंने कहा कि अगर यह यात्रा सामान्य डिप्लोमेटिक तरीके से होती तो शायद बहुत समय लगता, लेकिन इथियोपिया के लोगों का प्यार उन्हें सिर्फ 24 दिनों के भीतर ही यहां खींच लाया।
शिक्षा और विकास पर जोर
पीएम मोदी ने इथियोपिया के विकास और ‘मेडेमर’ (Medemer) की सोच के लिए पीएम अबी अहमद की तारीफ की। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी राष्ट्र की आधारशिला है और उन्हें गर्व है कि भारत और इथियोपिया के संबंधों में सबसे बड़ा योगदान भारतीय शिक्षकों का रहा है। आज भी कई भारतीय फैकल्टी मेंबर्स इथियोपिया की यूनिवर्सिटीज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
जानें पूरा मामला (Context)
यह यात्रा भारत और इथियोपिया के बीच गहरे होते द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाती है। पीएम मोदी मंगलवार को इथियोपिया पहुंचे थे, जहां उनका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाना था। इथियोपिया अफ्रीका के सबसे पुराने स्वतंत्र देशों में से एक है और भारत के साथ इसके ऐतिहासिक और व्यापारिक संबंध सदियों पुराने हैं। पीएम मोदी का यह दौरा ‘ग्लोबल साउथ’ में भारत की मजबूत होती पकड़ को भी रेखांकित करता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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इथियोपिया के पीएम अबी अहमद अली ने पीएम मोदी का स्वागत किया और खुद गाड़ी चलाकर उन्हें घुमाया।
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पीएम मोदी को इथियोपिया के सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ से नवाजा गया।
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वर्ष 2025 में यह पीएम मोदी को मिला 9वां और अब तक का कुल 28वां अंतरराष्ट्रीय सर्वोच्च सम्मान है।
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पीएम मोदी ने इस सम्मान को भारतीय नागरिकों और इथियोपिया में रह रहे भारतीय समुदाय को समर्पित किया।






