महाराष्ट्र,14 नवंबर (The News Air): महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार का आज भी बोलबाला है। सभी को लगने लगा था कि अजित पवार के अलग होने के बाद शरद पवार की सियासी पारी खत्म हो गई, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार में उनका उत्साह देखकर लगता है कि 84 वर्षीय पवार का पावर अभी बाकी है।
संजय मिश्र, ब्यूरो, मुंबई (Maharashtra Election 2024)। महाराष्ट्र में विधानसभा की सभी 288 सीटों पर 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले चुनाव प्रचार तेज है। इस बीच, एनसीसी-एसपी प्रमुख 84 वर्षीय शरद पवार ने बड़ा दावा किया है।
दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर संजय मिश्र से विशेष बातचीत में शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव का परिणाम संदेश देगा कि मोदी युग समाप्ति की ओर है। उन्होंने बताया कि आखिर सत्तारूढ़ महायुति पर प्रदेश की जनता को क्यों भरोसा नहीं है और किन कारणों से एक बार फिर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने जा रही है। पढ़िए इंटरव्यू के प्रमुख अंश।
महाराष्ट्र से जाएगा संदेश, मोदी युग अब खत्म होने के रास्ते पर
- शरद पवार का कहना है कि महाराष्ट्र की जनता भाजपा और उसके सहयोगी दलों के काम से खुश नहीं है। लोकसभा चुनाव परिणाम से उनको इस बात अहसास हो गया था। यही कारण है कि अब मुख्यमंत्री को लोकलुभावन घोषणाएं करना पड़ी हैं।
- शरद पवार के मुताबिक, महाराष्ट्र की जनता जानती है कि केवल वोट बटोरने के लिए ये लोग घोषणाएं कर रहे हैं। चुनाव बाद एक भी घोषणा पूरी नहीं करेंगे। पिछले 10 साल में से 8 साल इनका राज रहा, लेकिन महाराष्ट्र में कोई विकास नहीं हुआ।
- बकौल शरद पवार, ‘अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद पर किसी की दावेदारी नहीं है। चुनाव के बाद जो परिणाम आएगा, उसमें महाराष्ट्र की जनता ही तय कर देगी कि किसी मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।’
- ‘आप देख सकते हैं कि पूरा महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी-एसपी और शिवसेना यूबीटी के नेता और कार्यकर्ता मिलकर काम रहे हैं। एक-दूसरे के लिए प्रचार कर रहे हैं। इसलिए कहीं मनमुटाव की स्थिति नहीं है।’
- ‘मुझे याद है कि इंडिया गठबंधन की पहली मीटिंग जब बिहार में हुई तो नीतीश कुमार की इसमें अहम भूमिका थी। आज ऐसे लोगों को मोदी साहब साथ लेकर चल रहे हैं। इसका क्या मतलब है?’
- ‘महाराष्ट्र में यदि महायुति की हुकूमत नहीं आएगी और वास्तविक रूप में नहीं आने जा रही और बागडोर हमें मिलेगी तो इससे एक संदेश जाएगा कि मोदी युग आज अब खत्म होने के रास्ते पर है।’