The News Air- (चंडीगढ़) क़रीब 35 साल बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए कादियां से कांग्रेसी MLA फतेहजंग सिंह बाजवा ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने से पहले उन्होंने पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू को फ़ोन किया था। उन्हें स्पष्ट तो नहीं कहा कि मैं भाजपा में जा रहा हूं लेकिन इतना संकेत जरुर दिया था कि मैं कांग्रेस छोड़ रहा हूं। हालांकि सिद्धू ने उन्हें साथ मिलकर चलने की बात कही थी। बाजवा ने कहा कि सिद्धू उनके छोटे भाई हैं और राजनीति को अलग रख वह जरुर उनसे संबंध रखेंगे।
MLA बाजवा ने यह भी कहा कि पंजाब में सत्ता के 4 पावर सेंटर बन चुके हैं। एक कांग्रेसी को यह पता नहीं चल रहा कि किसके साथ रहना है। एक के साथ जाते हैं तो 3 नाराज़ हो जाते हैं। 2 के साथ जाते हैं तो बाक़ी दो अलग हो जाते हैं। कांग्रेस में गुटबाज़ी की यह चिंताजनक स्थिति है।
सरकार में सिद्धू, चन्नी, माझा मंत्रियों के गुट
उन्होंने स्पष्ट तौर पर तो नहीं बताया कि यह 4 पावर सेंटर कौन-कौन से हैं लेकिन इशारों में सरकार में सिद्धू और चन्नी (CM चरणजीत) गुट की बात कही। इसके अलावा माझा एक्सप्रेस के नाम से जाने जाते डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा, मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया का भी संकेत दिया। चौथा पावर सेंटर संभवत: कांग्रेस हाईकमान या पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी का हो सकता है। बाजवा ने इतना जरुर कहा कि उन्होंने गुटबाज़ी को देखते हुए ही कांग्रेस पार्टी छोड़ी है।
सिद्धू ने कर दिया था टिकट का ऐलान, भाई के आने से बदले हालात
फतेहजंग बाजवा के हक़ में नवजोत सिद्धू ने कादियां में रैली की थी। जहां सिद्धू ने बाजवा को जिताने की अपील तक कर दी थी। हालांकि अचानक फतेहजंग के सांसद भाई प्रताप सिंह बाजवा ने कादियां विस सीट पर दावा ठोक दिया। प्रताप बाजवा ने यह भी कहा था कि कांग्रेस हाईकमान से उन्हें कादियां से लड़ने की इजाज़त भी मिल चुकी है। प्रताप की दावेदारी ही नहीं बल्कि कांग्रेस के ‘एक परिवार – एक टिकट’ का फार्मूला भी संकट पैदा कर रहा था। जिससे फतेहजंग की टिकट पर संकट पैदा हो गया था।