Mehul Choksi Arrest : भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) को लेकर भारत (India) को बड़ी सफलता मिलती दिख रही है। 13,500 करोड़ रुपये के PNB फ्रॉड केस (PNB Fraud Case) में वांछित चल रहे चौकसी को बेल्जियम (Belgium) में गिरफ्तार कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी के बाद अब भारत सरकार उसे देश वापस लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने जा रही है।
जानकारी के अनुसार, चौकसी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था और अब वह बेल्जियम प्रशासन की हिरासत में है। खबर है कि वह अपनी पत्नी प्रीति चौकसी (Preeti Choksi) के साथ बेल्जियम में रह रहा था, जो कि बेल्जियम की नागरिक है। बताया गया है कि CBI और ED की ओर से की गई कानूनी अपील के बाद यह कार्रवाई की गई है।
खास बात यह है कि गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है जब भारत सरकार की ओर से चौकसी के प्रत्यर्पण (Extradition) का अनुरोध किया गया था। इससे पहले भी भारत लगातार कोशिश कर रहा था कि चौकसी को भारत लाकर कानूनी कार्रवाई की जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चौकसी ने बेल्जियम में झूठे दस्तावेजों और फर्जी घोषणापत्रों के जरिए खुद को वहां का नागरिक बताने की कोशिश की थी। उसने आवेदन प्रक्रिया में भारत और एंटिगुआ (Antigua) की नागरिकता को छुपा लिया था ताकि भारत में प्रत्यर्पण से बचा जा सके।
वहीं एक अधिकारी ने बताया है कि ‘चौकसी को बेल्जियम में जमानत मिलने में समय लगेगा,’ और CBI लगातार बेल्जियम अधिकारियों के संपर्क में है ताकि प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।
साल 2018 में चौकसी के खिलाफ इंटरपोल (Interpol) द्वारा रेड नोटिस जारी किया गया था, लेकिन नवंबर 2022 में उसे वापस ले लिया गया। इसी दौरान चौकसी ने भारत पर आरोप लगाया था कि उसे एंटीगुआ एंड बारबुडा (Antigua and Barbuda) से अगवा कर 23 मई 2021 को याच के ज़रिए डोमिनिका (Dominica) ले जाया गया था।
इस फ्रॉड केस में मेहुल चौकसी के भतीजे नीरव मोदी (Nirav Modi) का नाम भी शामिल है, जो वर्तमान में लंदन (London) की जेल में बंद है और भारत प्रत्यर्पण से बचने की कोशिशों में लगा हुआ है। साल 2022 में ईडी (ED) ने मेहुल, प्रीति और अन्य लोगों के खिलाफ तीसरी चार्जशीट दाखिल की थी।
भारत सरकार के लिए यह गिरफ्तारी एक बड़ी कूटनीतिक और कानूनी जीत मानी जा रही है, जिससे यह साफ संकेत मिलते हैं कि भारत भगोड़ों को अब दुनिया के किसी भी कोने में छोड़ने को तैयार नहीं है।