नई दिल्ली, 02 अगस्त (The News Air): सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) में उप-वर्गीकरण (कोटे के अंदर कोटा) की वैधता पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। इस फैसले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए पूछा कि आरक्षण का बंटवारा कितना उचित है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
- सुप्रीम कोर्ट ने SC/ST श्रेणियों में उप-वर्गीकरण (कोटे के अंदर कोटा) की वैधता पर फैसला सुनाया।
- कोर्ट ने पिछड़ी जातियों के भीतर भी उप-वर्गीकरण को मान्यता दी।
- सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को जातियों को लेकर यह अहम फैसला सुनाया।
- कोर्ट ने राज्यों को अनुसूचित जातियों और जनजातियों में उप-वर्गीकरण की इजाजत दी।
- मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर प्रतिक्रिया दी।
- मायावती ने पूछा कि आरक्षण का बंटवारा कितना उचित है।
- उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्पीड़न की तुलना में राजनीतिक उत्पीड़न कुछ भी नहीं है।
- मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका रवैया एससी, एसटी, और ओबीसी बहुजनों के प्रति उदारवादी रहा है, सुधारवादी नहीं।
- मायावती ने कहा कि अगर कांग्रेस और भाजपा इन लोगों के आरक्षण के प्रति गंभीर होते तो इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में डालकर इसकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई होती।
- सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद पूरे देश में हलचल मच गई है और विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।