The News Air- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के सभी बैंक खातों के सील होने पर हैरानी जताई है। ममता बनर्जी ने इसे लेकर सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए केंद्र सरकार पर तंज़ किया।
ममता बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- यह सुनकर हैरान हूं कि क्रिसमस पर, केंद्रीय मंत्रालय ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के सभी बैंक खातों को सील कर दिया! उनके 22 हज़ार मरीज़ों और कर्मचारियों को भोजन और दवाओं के बिना छोड़ दिया गया। जबकि क़ानून सबसे ऊपर है, मानवीय प्रयासों से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के अधिकारियों ने अब तक इस पर कोई बयान नहीं दिया है। वहीं गृह मंत्रालय की तरफ़ से भी इसके बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। फॉरेन कनट्रीव्यूश रेग्युलेशन एक्ट (FCRA) के तहत खोले गए इन खातों के फ्रीज होने को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
बाइबिल पढ़ने के लिए मजबूर करने का आरोप
बता दें इसी महीने गुजरात के मकरपुरा थाने में मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज़ की गई थी। शिकायतकर्ता का कहना था कि संगठन ने आश्रय गृह में रह रही लड़कियों को क्रॉस पहनने और बाइबिल पढ़ने के लिए मजबूर किया था।
मदर टेरेसा ने की थी मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी की स्थापना
मदर टेरेसा ने 1950 में मिशनरीज ऑफ़ चैरिटी की स्थापना की थी। मदर टेरेसा एक रोमन कैथोलिक नन थीं। इन्होंने अपनी ज़िंदगी का ज़्यादातर वक़्त कोलकाता में ग़रीबों की सेवा करते हुए बिताया था, इसके लिए इन्हें शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सितंबर 1997 में मदर टेरेसा की मृत्यु हो गई। सितंबर 2016 में उन्हें पोप फ्रांसिस ने संत का दर्जा दिया गया था।