The News Air- (चंडीगढ़) ड्रग्स केस में पटियाला जेल में बंद अकाली दिग्गज बिक्रम मजीठिया की याचिका पर आज मोहाली कोर्ट में सुनवाई होगी। मजीठिया ने कल मोहाली कोर्ट में याचिका दी थी कि उन्हें पटियाला सेंट्रल जेल में ख़तरा है। मजीठिया ने कहा कि उन्हें स्पेशल बैरक से पहले फांसी चक्की में ले जाया गया। फिर सामान्य बैरक में शिफ़्ट कर दिया गया है। जहां गैंगस्टर और आतंकी गतिविधियों के बंदियों से उन्हें ख़तरा है। मजीठिया ने उन्हें फिर से पहले वाली स्पेशल बैरक में शिफ़्ट करने की मांग की है। इस मामले में मोहाली कोर्ट ने पटियाला सेंट्रल जेल प्रबंधन और पंजाब सरकार से जवाब मांगा था। आज सरकार जवाब पेश करेगी।
आतंकियों और गैंगस्टरों के निशाने पर मजीठिया
अकाली नेता एडवोकेट अर्शदीप कलेर ने कहा कि इंटेलिजेंस रिपोर्ट हैं कि अकाली नेता बब्बर ख़ालसा इंटरनेशनल (BKI), खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KJF) और गैंगस्टरों के निशाने पर हैं। मजीठिया ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरेंडर किया था और उन्हें संगरूर जेल भेजा गया था। हालांकि वहाँ से उन्हें सुरक्षा का हवाला देकर पटियाला जेल भेज दिया गया। इसके बाद अचानक उन्हें फांसी वाली चक्की में ले जाया गया। जहां कोर्ट से फांसी की सज़ा पाने वाले कैदियों को रखा जाता है। फिर उन्हें जौड़ा चक्की में ले जाया गया। जहां जेल में अपराध करने वालों को रखा जाता है।
माफ़ी का बदला ले रही AAP सरकार
अकाली नेता ने आरोप लगाया कि ड्रग्स केस के आरोपों में अरविंद केजरीवाल को मजीठिया से माफ़ी मांगनी पड़ी थी। अब AAP सरकार उसी का बदला ले रही है। जेल मंत्री हरजोत बैंस ने मजीठिया को नीचा दिखाने के लिए जेल का दौरा किया। अब उनकी सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है।
मजीठिया पर ड्रग्स केस, नहीं मिल रही ज़मानत
बिक्रम मजीठिया पर पिछली कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले ड्रग्स केस दर्ज़ किया था। उन पर इंटरनेशनल ड्रग तस्करों को पनाह देने और डीलिंग करवाने के साथ फ़ंड लेने के संगीन आरोप हैं। केस दर्ज़ होने के बाद मजीठिया को लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ज़मानत नहीं मिली। फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उन्होंने 24 फरवरी को मोहाली कोर्ट में सरेंडर किया। जिसके बाद से वह पटियाला सेंट्रल जेल में बंद हैं।