The News Air – पंजाब के सिंथेटिक ड्रग्स केस में फंसे अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को आज भी हाईकोर्ट से राहत नहीं मिल सकी। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मजीठिया की याचिका पर सुनवाई 10 जनवरी तक टाल दी है। हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को स्वीकार करते हुए पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर दिया है। उन्हें 8 जनवरी तक जवाब मांगा गया है।
मजीठिया के वकील एडवोकेट डीएस सोब्ती ने कहा कि याचिका खारिज होती या फिर सरकार से जवाब मांगा जाता। उन्होंने कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट ने कहा है कि याचिकाकर्ता के दावे में काफ़ी अहम ग्राउंड हैं, जिसके बाद ही पंजाब सरकार से जवाब मांगा गया है। यह सुनवाई वर्चुअल हुई। जिसमें पंजाब सरकार की तरफ़ से पी. चिदंबरम और मजीठिया की तरफ़ से मुकुल रोहतगी ने बहस की। अब पंजाब सरकार का जवाब आने के बाद 10 जनवरी को फिर बहस होगी।
मोहाली कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
इससे पहले मजीठिया ने मोहाली कोर्ट से अग्रिम ज़मानत माँगी थी, जिसे सेशन कोर्ट ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मजीठिया पर लगे आरोपों की जांच के लिए कस्टडी में इंटेरोगेशन ज़रूरी है। यह भी सामने आ रहा है कि पंजाब सरकार मजीठिया पर गैंगस्टरों से संबंधों को लेकर एक और केस दर्ज़ कर सकती है।
मजीठिया पर गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में मजीठिया पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें कहा गया कि कनाडा के रहने वाले ड्रग तस्कर सतप्रीत सत्ता मजीठिया की अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी में भी ठहरते रहे। यहां तक कि मजीठिया ने उसे गाड़ी और गनमैन दे रखा था। मजीठिया को चुनाव के लिए नशा तस्करों से फ़ंड लेने के साथ दबाव डालकर नशा दिलवाने और समझौते करवाने का आरोपी बनाया गया है। हालांकि अकाली दल इसे राजनीतिक बदला खोरी की कार्रवाई क़रार देता रहा।
मजीठिया पर एक और केस की तैयारी
सूत्रों की मानें तो पंजाब सरकार ड्रग केस के बाद मजीठिया पर एक और केस दर्ज़ कर सकती है। यह केस गैंगस्टरों से संबंधों को लेकर है। यह मामला कैप्टन सरकार के रहते सामने आया था, जब मौजूदा डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा पर गैंगस्टरों को शह देने के आरोप लगे थे। हालांकि सरकार का दावा है कि जांच में जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और कुछ अन्य को मजीठिया की शह के सबूत मिले हैं। सरकार इस मामले में भी केस दर्ज़ कर सकती है। यूथ अकाली दल के प्रधान परमबंस सिंह रोमाणा ने भी कहा कि मजीठिया को एक और झूठे केस में फंसाने की साज़िश रची जा रही है।
मजीठिया की तस्वीर ने हिलाई पंजाब की सियासत
क़रीब 6 हज़ार करोड़ के ड्रग्स केस में कुछ साल पहले जिस तरह मजीठिया का नाम आने से पंजाब की सियासत हिली थी, उसी तरह नए साल पर उनकी स्वर्ण मंदिर में तस्वीरों से घमासान मच गया था। अकाली नेता दावा करने लगे कि पुलिस को वांटेड होने के बावज़ूद नए साल में मजीठिया स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने आए। हालांकि डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा का दावा है कि मजीठिया पंजाब में नहीं है। पुलिस मजीठिया की तलाश कर रही है।