हिंदुओं के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक महाशिवरात्रि 18 फरवरी को पड़ रही है। यह दिन भगवान शिव के भक्तों के लिए सबसे बड़े अवसरों में से एक है। महाशिवरात्रि को भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए कई भक्त इस दिन उपवास रखते हैं। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने के लिए इन मंदिरों में जरूर जाए।
प्राचीन गौरी शंकर मंदिर
पुरानी दिल्ली में स्थित इस 800 साल पुराने मंदिर का निर्माण भगवान शिव के एक मराठा भक्त ने करवाया था। मंदिर में भूरे पत्थर से बना शिवलिंग है और सफेद संगमरमर से ढका हुआ है।
नीली छत्री मंदिर
सबसे बड़े पांडव, राजा युधिष्ठिर ने भगवान शिव के सम्मान में नीली छतरी मंदिर का निर्माण किया था। यह ऐतिहासिक मंदिर जमुना बाजार क्षेत्र में निगमबोध घाट पर स्थित है।
श्री शिव दुर्गा मंदिर
पंजाबी बाग में श्री शिव दुर्गा मंदिर1983 में स्थापित किया गया था। महाशिवरात्रि पर भव्य उत्सव हर साल हजारों भक्तों दर्शन करने आते हैं।
दूधेश्वर नाथ मंदिर
स्थानीय लोगों के अनुसार गाजियाबाद में स्थित दूधेश्वर नाथ मंदिर में पूजा जाने वाला शिवलिंग लगभग 5,000 साल पुराना है। इस मंदिर में सुंदर सफेद वास्तुकला है, जो महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य सजावट के द्वारा और अधिक अनुकरणीय है।
छतरपुर शिव मंदिर
इस मंदिर का नाम असल में श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर है। यह दरगाह कुतुब परिसर से सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर है और ऐतिहासिक महरौली क्षेत्र के खूबसूरत स्मारकों से घिरा हुआ है। मंदिर लगभग 70 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें देवी कात्यायनी, शिव-पार्वती और हनुमान जैसे कई देवताओं की मूर्तियाँ हैं। महाशिवरात्रि के अलावा, नवरात्रि, दशहरा और जन्माष्टमी जैसे अन्य त्योहार यहां भव्य पैमाने पर मनाए जाते हैं।